समस्तीपुर। यहां बुधवार देर शाम राजधानी एक्सप्रेस एक बीमार यात्री का इलाज किये बिना ही खुल गई। इससे इलाज करने के लिए कोच में चढ़े डॉक्टर और कर्मियों में अफरातफरी मच गई। ट्रेन खुलते ही उन्हें छलांग लगानी पड़ी। हालांकि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ। इस मामले की जानकारी मिलने पर डीआरएम आलोक अग्रवाल ने जांच का आदेश दिया है। डीआरएम ने बताया कि बीमार यात्री का बरौनी में ही इलाज हो चुका था।
सूचना पर हमारी मेडिकल टीम भी पहुंच गयी थी। यात्रियों को समझा दिया गया था। लेकिन उनके उतरने से पहले ट्रेन को खोल दिया गया था। इसकी जांच की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के कोच संख्या बी-5 में बर्थ-65 पर एक 40 वर्षीय यात्री बीमार के बीमार होने की सूचना मेडिकल टीम को मिली।
सूचना पर मेडिकल टीम कारखाना गेट के पास पहुंची ही थी कि कारखाना से मालगाड़ी के कोच को शंटिंग किया जाने लगा। लगभग 15 मिनट मेडिकल टीम वही खड़ी रही। बाद में जब मेडिकल टीम स्टेशन पहुंची तो राजधानी खड़ी थी। टीम कोच बी 5 में बर्थ-65 पर पहुंच बीमार से जानकारी ली। फिर जैसे ही इलाज शुरू किया गया, ट्रेन प्लेटफार्म छोड़ने लगी। ट्रेन के खुलते ही मेडिकल टीम के सदस्यों में अफरातफरी मच गयी। जिसके कारण मेडिकल टीम बारी-बारी से चलती ट्रेन से कूदना शुरू कर दिया। संयोग था कि हादसा नहीं हुआ।