नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों हुए चुनावों में हार के बारे में कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि वहां हम पराजित नहीं हुए हैं।
शाह ने रामलीला मैदान में पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि वहां हमारे विरोधी जरूर जीते हैं, लेकिन हम पराजित नहीं हुए हैं। इसे पराजय नहीं कहते। पराजय उसे कहते हैं जो कांग्रेस के साथ उत्तर प्रदेश में हुआ। दूरबीन लेकर खोजने से भी उसका पता नहीं चलता। बिहार और पश्चिम बंगाल में भी उसका यही हाल है जहां खोजने से भी कांग्रेस नहीं मिलती। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि इसलिए उन्हें हौसला खोने की जरूरत नहीं है।
इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव की रणनीति का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी की विचारधारा को घर-घर पहुंचाने का उत्तम मौका है। उन्होंने कहा कि एक भी घर छूट न जाए जहां मोदी की तस्वीर और भाजपा के निशान वाली पर्ची न पहुंचे।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले एक दिन तय कर देश में ‘कमल दिवाली’ मनाई जाएगी। हर घर में उस दिन दिया जलाया जाएगा। भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि हर लोकसभा क्षेत्र में पार्टी की ओर से एक-एक कॉलसेंटर बनाया गया है। कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करना है कि उनके बूथ पर सुबह 10.30 से पहले सारे वोट डाल दिए जाएं।