नैनीताल। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ स्थित धामी गांव में भूस्खलन के बाद लापता घोषित महिला का शव मकान के मलबे से ही बरामद हुआ है। विभिन्न स्थानों पर अभी भी 2 महिलाएं लापता हैं।
प्रशासन सूत्रों ने बताया कि बंगापानी तहसील के धामी गांव के फ्यूला तोक में गत 27 जुलाई को अतिवृष्टि के चलते भारी भूस्खलन हुआ था। इस भूस्खलन की चपेट में गांव की ही विशना देवी पत्नी स्वर्गीय हयात सिंह का मकान आ गया था। रात के वक्त हुए इस हादसे में भूस्खलन की चपेट में आकर विशना देवी के बेटे जोहार सिंह की मौत हो गई थी और विशना देवी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि वहां कहां है। एसडीआरएफ की टीम ने एक महीने तक उसकी खोजबीन की लेकिन कोई पता नहीं चल पाया और इसके बाद उसे लापता मान लिया था।
मलानी दवानी के राजस्व उपनिरीक्षक की ओर से दी गई रिपोर्ट के अनुसार, विशना देवी के परिजन मलबे से घरेलू सामान निकाल रहे थे और उसी दौरान मलबे से विशना देवी का शव बरामद हुआ। शव मलबे में काफी गहरा दबा हुआ था। वहीं प्रशासन ने शव का पंचनामा भरने के साथ ही पोस्टमार्टम की अनुमति जारी कर दी है। इसी के साथ बंगापानी तहसील के जाराजीबली और तांगा गांव में अलग अलग भूस्खलन की घटनाओं में 2 महिलाएं लापता हो गयी थी। उनका भी अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
तांगा गांव में आई आपदा में 11 लोग भूस्खलन की चपेट में आ गए थे और सभी की मौत हो गई थी। तभी से एक महिला लापता बताई जा रही है।