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भीड़ की वजह से फिर रोकी केदारनाथ यात्रा, फिर 5 यात्रियों की मौत

 

सोनप्रयाग। केदारनाथ पैदल मार्ग पर यात्रियों की भीड़ बढ़ने के कारण जिला प्रशासन ने शुक्रवार सुबह 11:30 बजे सोनप्रयाग में यात्रियों को रोक दिया। सोनप्रयाग समेत रामपुर व सीतापुर में करीब पांच हजार यात्री रुके हुए हैं। उधर, दोपहर बाद धाम में मौसम खराब हो गया जिस से यात्रियों को परेशान होना पड़ा।

जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार से सोनप्रयाग से 14,825 यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई। इसके बाद पैदल पड़ावों पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई। उधर, केदारनाथ में दोपहर बाद मौसम खराब होने लगा। इसे देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस-प्रशासन ने पैदल मार्ग पर यात्रियों की आवाजाही कराई।

गंगोत्री-यमुनोत्री जा रहे श्रद्धालु लौटाए : एक महीने बाद का पंजीकरण पत्र लेकर गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन के लिए जा रहे सौ यात्रियों को पुलिस ने नगुण से लौटा दिया। यात्री रातभर नगुण बैरियर पर आगे जाने की इजाजत का इंतजार करते रहे। इजाजत न मिलने पर सभी लौट गए।

धरासू के थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि बस कंपनी टीजीएमओ ने इन यात्रियों को गुमराह किया और एक माह बाद के पंजीकरण वाले यात्रियों को लेकर यहां आ गए। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में ठीक से पंजीकरण चेक न होने के चलते ऐसे यात्री यहां तक पहुंच जा रहे हैं।

बदरी-केदार में 5 श्रद्धालुओं की मौत

केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा पर आए पांच श्रद्धालुओं की शुक्रवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। रुद्रप्रयाग के सीएमओ डॉ.बीके शुक्ला ने बताया कि केदारनाथ में पटेल धानिश भाई बिकू (32), गुजरात व भानुशंकर प्रसाद (71), बिहार की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। केदारनाथ में अब तक 44 यात्रियों की मौत हो चुकी है। उधर, बदरीनाथ में शुभांगी (57) निवासी पुणे, रामबाई यादव (80) निवासी छत्तीसगढ़ और गज्जू महतो (60) निवासी झारखंड की मृत्यु हुई। बदरीनाथ धाम में अब तक कुल 12 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।