भीलवाड़ा। दुनिया के खतरनाक आतंकवादी रहे ओसामा बिन लादेन के नाम से भारत सरकार का आधार कार्ड बनाने की कोशिश का भंडाफोड़ हुआ है।
ओसामा कुछ साल पहले अमेरिका के हाथो पाकिस्तान के एटमाबाद में मारा जा चुका है लेकिन उसके नाम से यहां मांडल में आधार कार्ड बनवाने की पूरी साजिश तैयार हो चुकी थी।
लेकिन ऐनवक्त पर दिल्ली में uidai के प्रोग्रामर ने एनरोल की जांच में यह कारस्तानी पकड़ ली। अब पुलिस ने ओसामा के नाम से आधार एनरोल करने वाले ई मित्र कियोस्क संचालक ऑपरेटर पर शिकंजा कसा है।
मांडल ब्लॉक कार्यालय के आईटी विभाग प्रोग्रामर संजय अलुदिया ने आधार ऑपरेटर सद्दाम हुसैन मंसूरी के खिलाफ रिपोर्ट दी है।
यूं की कारस्तानी
आधार कार्ड का एनरोल करने के लिए अधिकृत मंसूरी ने पिछले दिनों ओसामा बिन लादेन के नाम से एनरोल किया। इसमें ओसामा की असली फोटो व पाकिस्तान का पता फीड किया। फिंगर प्रिंट छिपाते हुए उसने एनरोल कर दिया। यहां तक कि उसने सम्बन्धित कागजात भी सबमिट नहीं किए।
यूं पकड़ में आया
उधर, दिल्ली स्थित uidai दफ्तर के तकनीकी कर्मचारियों ने एनरोल के लिए आई डिटेल की जांच की तो चौंक गए।
उन्होंने तुरंत अपने अफसरों को इत्तला दी। वहां से मिले निर्देश पर मांडल ब्लॉक कार्यालय के आईटी विभाग ने तुरंत थाने में मामला दर्ज करा दिया। अब पुलिस आरोपी ऑपरेटर से पूछताछ में जुटी है कि वह ओसामा बिन लादेन का फर्जी आधार कार्ड किसके कहने पर और किसलिए बनाने वाला था।
मस्ती मजाक या कुछ और
देश में इससे पहले बड़े नेताओं व विभूतियों के नाम से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, मेडिकल सर्टिफिकेट आदि बनवाने की शरारतें सामने आती रही हैं। लेकिन इस बार अति सुरक्षित विशिष्ट पहचान आधार में सेंध लगाकर दुनिया के मोस्ट वांटेड रहे आतंकी ओसामा का आधार बनवाने का प्रयास अति गम्भीर मामला है।