भारत में इस्लामिक बैंक खोलने की तैयारी, हिंदू महासभा ने जताया विरोध
November 30, 2016
breaking, देश दुनिया
नामदेव न्यूज़ डॉट कॉम
अजमेर। केंद्र सरकार की ‘धर्म निरपेक्ष’ नीति अब उसे अपनों से दूर कर सकती है। हाल ही मोदी सरकार ने मुस्लिमों को बैंकिंग सेवा से जोड़ने के लिए देशभर में इस्लामिक बैंक खोलने की घोषणा की। इसके विरोध में हिंदू महासभा ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को यूपी में ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
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लखनऊ में जीपीओ पार्क पर प्रदर्शन करते हुये हिन्दू महासभा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने इस्लामिक बैंक खोले जाने का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुये हिन्दू महासभा के कार्यवाहक अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने कहा कि भारत में इस्लामिक बैंक खोलने की तैयारी हो रही है। जिसका महासभा के कार्यकर्ता विरोध करते है और इसे शरिया कानून मानते है। सरकार इसे लागू कर रही है।
उन्होंने कहा कि यदि बांग्लादेश में हिन्दुओं का नरसंहार नही रूका तो भारत से बांग्लादेशी नागरिकों को हिन्दू महासभा मारपीट कर भगाना शुरू कर देगी, जिसकी जिम्मेदार भारत सरकार की होगी।
इस दौरान जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र, प्रदेश प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी, मीडिया प्रभारी सुधीर, रवि राजपूत, प्रदीप पाण्डेय, शरद शुक्ला, मोहित मिश्रा, भोले इत्यादि प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद रहे।
गौरतलब है कि शरीयत में ब्याज को हराम माना गया है। चूंकि बैंकों में जमा राशि का ब्याज मिलता है इसलिए ज्यादातर मुसलमानों ने बैंकों से दूरी बना रखी है। उनका पैसा बैंकों में जमा हो, इसके लिए मोदी सरकार इस्लामिक बैंक खोलना चाहती है।
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