नई दिल्ली। पुलवामा हमले के बाद मंगलवार को भारतीय सेना ने पहली बार प्रेस कॉन्फ़्रेंस की। इसमें लेफ़्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कश्मीर की सभी माताओं से अपील करते हुए कहा कि वो अपने भटके बेटों को बुलाकर सरेंडर करवा लें नहीं तो मारे जाएंगे।
ढिल्लन ने कहा, ”मैं कश्मीरी मांओं से अपील करता हूं वे अपने बच्चों को सरेंडर करवा दें नहीं तो मारे जाएंगे। बच्चों की परवरिश में मां की अहम भूमिका होती। वे अपने बेटों को समझाएं कि लौट आएं अन्यथा मारे जाएंगे। जो बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा।”
ढिल्लन ने कहा कि 100 घंटे के भीतर हमने जैश के आतंकवादियों को मार गिराया है। पुलवामा मुठभेड़ में सोमवार को तीन आतंकी मारे गए। यही हश्र दूसरे आतंकवादियों का होगा। ऑपरेशन में कामरान नाम का एक आतंकवादी मारा गया जो पुलवामा के आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार का साथी था।
ढिल्लन ने कहा कि 14 फ़रवरी को जिस तरह का हमला हुआ वैसा पहले कभी नहीं हुआ। इस तरह के हमले सीरिया और अफ़ग़ानिस्तान में होते रहे हैं। जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही बच्चा है। पाकिस्तानी आर्मी जैश में 100 फ़ीसदी शामिल हैं। हमें यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि कश्मीर घाटी से जैश का पूरा नेतृत्व ख़त्म हो गया है। जैश का पूरा नेतृत्व पाकिस्तान से संचालित हो रहा था।