News NAZAR Hindi News

भारतीय जेल से 16 साल बाद रिहा हुआ पाकिस्‍तानी, साथ ले गया श्रीमद भागवत गीता

वाराणसी। 16 साल पहले यहां के कैंटोमेंट इलाके से संदिग्ध दस्‍तावेजों के साथ गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी कैदी जलालुद्दीन को रविवार वाराणसी सेंट्रल जेल रिहाई मिल गई है। उसे लेकर स्‍पेशल टीम बाघा बॉर्डर के लिए रवाना हो गई। खास बात यह रही कि जलालुद्दीन अपने साथ श्रीमद्भगवद्गीता भी लेकर गया है, जिसे वह पिछले काफी अर्से से जेल की तन्‍हाइयों में पढ़ता रहा है।

वाराणसी सेंट्रल जेल के वरिष्‍ठ जेल अधीक्षक अम्‍बरीश गौड़ ने बताया कि सन 2001 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के ठट्ठी जिले के बिलालनगर कॉलोनी, थाना गरीबाबाद निवासी जलालुद्दीन उर्फ जलालु को कैंटोनमेंट एरिया से गिरफ्तार किया गया था।

उसे एयरफोर्स के ऑफिस के पास से कुछ संदिग्ध डाक्यूमेंट्स के साथ पुलिस ने पकड़ा था। जलालुद्दीन के पास से यहां मौजूद आर्मी कैंप के अलावा कई महत्वपूर्ण जगहों के नक्शे भी बरामद हुए थे। कोर्ट ने जलालुद्दीन की सुनवाई करते हुए उसकी सजा को कम करके 16 साल कर दिया था।

14 अगस्त 2017 को जलालुद्दीन की रिहाई का आदेश सेंट्रल जेल प्रशासन को भी मिल गया था, जिसमें कोर्ट ने कहा था कि नए सिरे से मुकदमों की सुनवाई के बाद जलालुद्दीन की जो 16 साल की सजा थी वह पूरी हो चुकी है, इसलिए उसे रिहा कर दिया जाए। कोर्ट के आदेश के बाद भी वाराणसी सेंट्रल जेल प्रशासन को उस ट्रैवलिंग रिपोर्ट का इंतजार था, जो गृह मंत्रालय से आनी थी। इसके मिलने के बाद ही जलालुद्दीन को बाघा बार्डर तक छोड़ने की प्रक्रिया पूरी हुई।

स्पेशल टीम जलालुद्दीन को लेकर अमृतसर के लिए रवाना हो गई है, जहां उसे अटारी बाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान को सौपेंगी। वह 16 साल बाद अपने वतन और अपने परिवार के बीच वापस पहुंच पाएगा।