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बीसीसीआई ने नहीं मानी केजरीवाल की जिद

कोटला स्टेडियम मैदान के दो चक्कर लगाना चाहते थे
नई दिल्ली। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में चल रहे चौथे टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ओपन जीप में बैठकर मैदान के दो चक्कर लगाना चाहते थे मगर उनकी यह इच्छा धरी रह गई। बीसीसीआई ने इसकी इजाजत नहीं दी। बदले में दिल्ली सरकार ने मैच के दौरान दिल्ली के विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे क्रिकेटरों को सम्मानित करने के कार्यक्रम को रद्द किया।

दिल्ली सरकार पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी सहित राज्य के विश्व कप विजेता 1983 और 2011 खिलाडिय़ों को फिरोजशाह कोटला मैदान के अंदर सम्मानित करना चाहती थी लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जिद थी कि वे स्टेडियम में ओपन गाड़ी में बैठकर मैदान के दो चक्कर लगाएंगे। इस जिद को बीसीसीआई ने खारिज कर दिया।
बीसीसीआई ने कहा कि नियमों के अनुसार मैच के बीच में मैदान पर इस तरह के समारोह की स्वीकृति नहीं दी जा सकती। यह आईसीसी के नियमों के विरूद्ध होगा। अगर राज्य सरकार चाहे तो वह स्टेडियम के किसी भी हिस्से का इस्तेमाल करने के लिए स्वतंत्र थी। मगर सरकार मैदान के अंदर समारोह ही करने के लिए कह रही थी। ऐसे में स्वीकृति नहीं मिलने के बाद उसने इसके आयोजन से इनकार कर दिया।
दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश मुकुल मुद्गल ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के मैदान में चक्कर लगाने की अनुमति बीसीसीआई के तकनीकी निदेशक ने नहीं दी क्योंकि यह आईसीसी नियमों के खिलाफ है। यह मैच मेरी देखरेख में हो रहा है और बीसीसीआई के निर्देश की मैं अवहेलना नहीं कर सकता। मैंने दिल्ली सरकार को ईमेल द्वारा सूचित किया कि मैं जितनी कोशिश कर सकता था मैंने की लेकिन बीसीसीआई के आदेश आखिरी फैसला है।

मुद्गल ने आगे कहा कि समारोह के नहीं होने से मुझे दुख है और मैं किसी को दोष नहीं दे रहा बल्कि समारोह होता तो मुझे खुशी होती।
वहीं यह बात भी सामने आई है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज समारोह से पहले अपने 14 गाडिय़ों के काफिले के साथ स्टेडियम में आने वाले थे लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के चलते दिल्ली पुलिस ने उनके इस काफिले की अनुमति नहीं दी।

आईसीसी के नियमों की अनदेखी होगी
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ डीडीसीए के कोषाध्यक्ष रविंदर मनचंदा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने ईमेल भेजा कि वे टेस्ट मैच के दौरान खेलने के स्थान पर किसी तरह के सम्मान समारोह की स्वीकृति नहीं देंगे। यह संदेश रात को लगभग 10 बजे मिला। इसमें कहा गया कि मैदान के अंदर किसी चीज की स्वीकृति नहीं दी जा सकती क्योंकि अगर ऐसा होता है तो यह आईसीसी के नियमों की अनदेखी होगी।
दो दिन पहले सहवाग के सम्मानित किए जाने पर उनका कहना था कि यह मैच शुरू होने से पूर्व किया गया था। मैच शुरू हो जाने के बाद मैदान पर कोई समारोह नहीं हो सकता। यह केवल मैच समाप्ति के उपरांत यानी कि परिणाम निकलने के बाद ही हो सकता था।  दूसरा यह समारोह बीसीसीआई का था। यह आईसीसी से मान्यता प्राप्त मैच के दौरान किसी तीसरे पक्ष का समारोह है। इसलिए बीसीसीआई ने कहा कि मैदान के अंदर कुछ नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि मैदान के बाहर किसी गैलरी में यह कर सकते हैं लेकिन दिल्ली सरकार ने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि इसमें डीडीसीए की कोई भूमिका नहीं है। हमने सिर्फ बीसीसीआई का आदेश माना। हमने समारोह के लिए हिल ए में तैयारियां की हुई थी मगर सुबह आठ बजकर 35 मिनट पर दिल्ली सरकार ने सूचित किया कि कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
मनचंदा ने आगे कहा कि उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के शुक्रवार को कार्यक्रम को जांचने के बाद आप के एक अन्य नेता राहुल मेहरा ने हमें कहा कि केजरीवाल मैदान का चक्कर भी लगाएंगे और उन्होंने एयर टाइम की मांग की है।