चंडीगढ़ । चुनाव में हुई हार का बदला लेने के लिए आए दिन हत्याएं कर दहशत फैलाने वालेअजय उर्फ कन्नू का हरियाणा पुलिस ने पंजाब में एनकाउंटर कर दिया। सोनीपत के करेवड़ी गांव के रहने वाले अजय के ऊपर 5 लाख का इनाम था। गुरुवार को पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी इलाके में उसका एनकाउंटर किया गया। साथ ही तीन को गिरफ्तार भी किया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इन गैंगटर्स को पुलिस कई दिनों से तलाश रही थी। पुलिस ने आज इन्हें एक गाड़ी में ट्रेस कर लिया। पुलिस ने गाड़ी का पीछा किया तो ये लोग गाड़ी लेकर रामतीर्थ गांव में घुस गए। जहां पर गैंगस्टर्स ने पुलिस की गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में हरियाणा सोनीपत के एक गैंगस्टर अजय कुमार की गोली लगने से मौत हो गई। जबकि तीन गैंगस्टर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इन गैंगटर्स को पुलिस कई दिनों से तलाश रही थी। पुलिस ने आज इन्हें एक गाड़ी में ट्रेस कर लिया। पुलिस ने गाड़ी का पीछा किया तो ये लोग गाड़ी लेकर रामतीर्थ गांव में घुस गए। जहां पर गैंगस्टर्स ने पुलिस की गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में हरियाणा सोनीपत के एक गैंगस्टर अजय कुमार की गोली लगने से मौत हो गई। जबकि तीन गैंगस्टर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
करेवड़ी गांव के संजय नाम के एक व्यक्ति ने सरपंच पद का चुनाव लड़ा था। संजय का भाई अजय उर्फ कन्नू बदमाश था। कन्नू ग्रामीणों को डरा कर चुनाव जीतना चाहता था, लेकिन बदमाश के भाई को वोट नहीं मिले। इस वजह से संजय चुनाव हार गया। चुनावी हार के बाद बदमाश कन्नू के भाई संजय और पिता की सड़क हादसे में मौत हो गई। इसके बाद कन्नू ने गांव वालों पर हमला करना शुरू कर दिया। सबसे पहले गांव के सरपंच पर गोली चलाई, लेकिन उसकी जान बच गई। इसके बाद 9 मई को वीरेंद्र और सुनील नाम के दो युवकों पर गोली बरसा दी। इसमें वीरेंद्र की मौत हो गई, सुनील की हालत अभी भी गंभीर है। 12 मई को जगबीर और उसके बेटे अनिल की गोली मारकर हत्या कर दी। कन्नू उन लोगों को टारगेट कर रहा था जिसने चुनाव में साथ नहीं दिया। 11 दिन बीत जाने के बाद भी कन्नू फरार है। पुलिस डीआईजी हरदीप दून का कहना है कि पुलिस लगातार दबिश दे रही है। कन्नू पर इनाम भी बढ़ाया गया है। उल्लेखनीय है कि पुलिस ने दोहरी हत्याओं के मामले में 4 दिन के भीतर पहले 50 हजार इनाम रखा और फिर उसे बढ़ाकर 5 लाख कर दिया था। बावजूद इसके पुलिस को कोई रिस्पांस नहीं मिला था।