बजरंग दल नेता अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार, खूब मचा हंगामा
Namdev News
ग्वालियर। सिंहपुर रोड पर बुधवार की रात बजरंग दल नेता और उसके साथी हथियारों की खेप के साथ पकड़े गए। बजरंग दल के नेता व साथियों को छुड़ाने पहुंचे संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया लेकिन हंगामा किसी काम नहीं आया।
पुलिस के सामने आरोपी भरत पाठक ने हथियार खुद के होना स्वीकार कर लिया। इसके बाद उसे पुलिस ने मुरार के बजाय माधौगंज थाने की हवालत में रखा। सुबह बाद में उसे कोर्ट में पेश किया गया।
मुरार थाना पुलिस बीती रात सिंहपुर रोड पर रात को चेकिंग कर रही थी। इस दौरान सफेद रंग की बोलेरो में पुलिस ने चार लोगो को संदेह के आधार पर रोक कर तलाशी। उनके पास से तलाशी में पिस्टल, दो कट्टे व कारतूस बरामद हुए।
पुलिस ने गाड़ी में सवार लोगो को थाने लाकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम भरत पाठक, करु उर्फ जुगल किशोर, राम लखन व अयोध्या प्रसाद बताया। इनमें भरत ने खुद को बजरंग दल में जिला पदाधिकारी बताकर पुलिस स्टाफ से जबर्दस्ती भी की। थोड़ी ही देर में बजरंग दल के एक सैकडों कार्यकर्ता मुरार थाने पर पहुंच गए। उन्होने गिरफ्तारी में मुरार टीआई सुधीर सिंह कुशवाह की व्यक्तिगत टसन को लेकर झूठा प्रकरण बताकर हंगामा खड़ा कर दिया। विवाद की खबर लगते ही भारी पुलिस फोर्स मुरार थाने पहुंच गया। यहां पुलिस के आला अफसर भी मौके पर पहुंच गए।
उन्होने जब भरत पाठक से अलग से बात की तो उसने हथियार होना स्वीकार कर लिया। उसका कहना था कि पिता की हत्या के बाद वह सुरक्षा के लिहाज से हथियार लेकर चलता था। रात को जब नेता व कार्यकर्ताओं को लगा कि पुलिस सुनवाई नहीं करेगी तो जांच के आश्वासन पर वापस लौट गए। रात को पुलिस ने भरत को माधोगंज थाने में रखा। बाद में सुबह कोर्ट में पेश कर दिया।
साजिश का आरोप
बजरंग दल के प्रदेश प्रभारी पप्पू वर्मा ने आरोप लगाया है कि भरत पाठक का पहले एक मामले को लेकर टीआई मुरार सुधीर सिंह कुशवाह से विवाद हो गया था। जिसका बदला लेने के लिए टीआई ने भरत को साजिशन फंसाया है। पुलिस ने पूरी साजिश करते हुए भरत को घेरकर पकड़ा और उसकी गाड़ी में जबरन कट्टे रखकर आरोपी बनाया है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के बाद तत्काल एफआईआर भी दर्ज कर ली, जबकि भरत एक जुझारू नेता है और वह आम लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इनका कहना है रात को बजरंग दल के नेता को हथियारों के साथ पकड़ा था। नेता व अन्य तीन के खिलाफ आर्म्स एक्ट की कार्रवाई की गई है।