ठंडाई का प्रसाद लोगों ने चाव से पीया लेकिन थोड़ी देर बाद हो उनका दिमाग चकराने लगा। कुछ तो ऊल जुलूल हरकतें करने लगे तो कुछ अचेत हो गए।
भांग पीने के बाद गांव के ही जितेन्द्र (32) पुत्र सुबह चौहान, बाढू (45) पुत्र छोटक, अमन 04 वर्ष पुत्र सूर्यबली, कवी (15) पुत्र ठाकुर, अरविन्द 17 वर्ष पुत्र बाढू, बबलू 18 वर्ष पुत्र घूरा, उदल पुत्र रामू, विश्वनाथ 07 वर्ष पुत्र सबली, रामनगीना 45 वर्ष पुत्र रामसूरत, राधारानी पुत्री 06 वर्ष पुत्र जगमोहन, अविनाश 04 वर्ष पुत्र अशोक, शेषनाथ 12 वर्ष पुत्र छोटेलाल, अंशु 07 वर्ष पुत्री रामविजय की हालत गम्भीर हो गई। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से सभी को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां सभी का इलाज चल रहा है।