चंडीगढ़। वह मकान महीनों से बंद था, मगर रात होते ही उसमें से किसी के रोने की आवाजें आती थी। पड़ोसी परेशान हो उठे। जब उन्होंने प्रशासन से शिकायत की हैरान कर देने वाला सच सामने आया। घर का मालिक बुजुर्ग तन्हाई में अपनी किस्मत पर आंसू बहाता था।
दरअसल, 85 वर्षीय बुजुर्ग एएल कत्याल किसी विभाग के आर्थिक सलाहकार पद से रिटायर्ड हैं। मनी माजरा स्थित घर में वह अकेले रहते हैं। उनका बेटा अमेरिका में जा बसा। बीते 6 महीने से मकान में बंद था। लेकिन रात में उनके रोने की आवाजें आती थी। पड़ोसियों की सूचना पर स्टेट लीगल सर्विसेस अथॉरिटी ने बुधवार को उन्हें रेस्क्यू किया।
संस्था के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस की सहायता से दरवाजा खोला। वहां पाया कि वह बुजुर्ग मकान में रह रहा था और उन्होंने कमरा अंदर से लॉक किया हुआ था। यह भी पता चला है कि बुजुर्ग के एक बेटा था जिसने अपनी बीवी के साथ मारपीट की थी और उसे उन्होंने घर से निकाल दिया था। उनका एक बेटा अमेरिका में रहता है। वह तीन साल पहले मां की मौत पर भारत आया था। उसके बाद बुजुर्ग को उसका कोई अता-पता नहीं है।
अल्जाइमर से पीड़ित
बुजुर्ग अल्जाइमर के मरीज हैं। इस कारण उन्हें कोई भी बात ठीक से याद नहीं। हालांकि उन्होंने इतना बताया है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह उनसे 1 साल सीनियर थे। उन्होंने भारत सरकार के साथ भी काम किया है। अल्जाइमर की समस्या के कारण उन्हें कुछ भी याद नहीं रहता है। उन्हें यह भी याद नहीं कि दिन में क्या खाया है।