मुम्बई। साल 1990 में कुवैत फंसे 1 लाख 70 हजार भारतियों को सुरक्षित तरीके से इंडिया पहुंचाने में अहम भूमिका अदा करने वाले मैथुनी मैथ्यू उर्फ टोयोटा सनी थे जिनका 81 साल की उम्र में शुक्रवार को कुवैत में निधन हो गया।
इसका खुलासा फिल्मकार निखिल आडवाणी ने ट्वीट कर किया। पिछले साल आई फिल्म ‘एयरलिफ्ट’ इसी घटना पर आधारित थी और इसमें अक्षय कुमार ने मुख्य किरदार निभाया था जबकि असल घटना में मैथ्यू असल हीरो थे।
यह थी घटना
2 अगस्त, 1990 में सद्दाम हुसैन की इराकी फोर्स ने कुवैत में हमला कर करीब 1लाख 70 हजार भारतीय नागरिकों को मुश्किल में दाल दिया। इराक-कुवैत के बीच की इस लड़ाई में भारतीय नागरिक कुवैत में फंसे हुए थे।
कुवैत में मैथुनी मैथ्यू एक बिजनेसमैन थे। मैथुनी मैथ्यू के अलावा लोग उन्हें टोयोटा सनी के नाम से भी जानते हैं। मैथुनी मैथ्यू अपने परिवार के साथ बड़े आराम से उस वक्त वहां से निकल सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और अपनी सूझबूझ से 1 लाख 70 हजार भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालकर भारत पहुंचाया।
ट्वीट से मिली जानकारी
फिल्मकार निखिल आडवाणी ने ट्वीट कर कहा, ‘ एयरलिफ्ट के रियल हीरो मैथुनी मैथ्यू का बीती रात एएलएस बीमारी से जंग लड़ते हुए निधन हो गया। 1,70,000 लोगों का परिवार आपके के लिए प्रार्थना करता है।’
फिल्म मुख्य भूमिका निभाने वाले अक्षय कुमार ने ट्वीट कर कहा, ‘बहुत बुरी खबर, एयरलिफ्ट के असली हीरो मैथुनी मैथ्यू नहीं रहे। उनके परिवार के लिए प्रार्थना करें।’
फिल्म में नाम अलग
एयरलिफ्ट में मैथुनी मैथ्यू की भूमिका निभाने के लिए अक्षय कुमार को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। फिल्म में अक्षय कुमार का किरदार रंजीत कटियाल था जो मैथ्यू से प्रेरित था।
उनके बेटे का कहना था कि मेरे पिताजी इस फिल्म में कहीं नजर नहीं आए। फिल्म के हीरो अक्षय कुमार का नाम भी पापा के नाम से अलग रखा गया। फिर भी पापा बहुत खुश हैं कि लोग उनके बारे में जानते हैं और वहां बसे भारतीयों ने जो झेला इसके बारे में जानना चाहते हैं।