नई दिल्ली। कृषि कानूनों पर मचे घमासान के बीच 29 वें दिन गुरुवार को बिना इजाजत मार्च निकाला रहीं प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें मन्दिर मार्ग थाने ले जाया गया। उधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति से मुलाकात की। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चेताया कि कृषि कानून वापस नहीं लेने तक किसान धरने से नहीं उठेंगे।
मालूम हो कि किसान दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हुए हैं। सरकार और किसानों के बीच में कई दौर की बातचीत हो चुकी है, मगर सभी बेनतीजा रही हैं। किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस करने की मांग पर अड़े हैं। अब इन किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी सड़क पर उतर चुके हैं।
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने मार्च निकाला। जिसे पुलिस ने रोक दिया और प्रियंका समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। इजाजत मिलने पर राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षरों के साथ ज्ञापन सौंपा। इसमें केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने का आग्रह किया गया है।
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी पूंजीपतियों के लिए पैसे बना रहे हैं। जो भी उनके खिलाफ खड़ा होने की कोशिश करेगा, उसे आतंकी कहा जाएगा- चाहे किसान हो, मजदूर हो या मोहन भागवत ही क्यों ना हों।
राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैं पीएम से कहना चाहता हूं कि ये किसान कृषि कानूनों को वापस लिए जाने तक वापस नहीं जाएंगे। सरकार को संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए और इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। विपक्षी पार्टियां किसानों-मजदूरों के साथ खड़ी हैं।