नई दिल्ली। प्रियंका गांधी के सक्रिय रूप से राजनीति में उतरने पर बीजेपी हमलावर हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रियंका को महासचिव बनाए जाने के बाद भाजपा खेमा लगातार बयानों के हमले रहा है। इस बार भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रियंका गांधी को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है।
स्वामी ने दावा किया कि प्रियंका गांधी को एक बीमारी है, जो सार्वजनिक जीवन में अनुकूल और उपयुक्त नहीं है। उसको बाईपोलैरिटी कहते हैं, यानी उसका हिंसावादी चरित्र दिखाई पड़ता है, लोगों को पीटती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की महासचिव कब संतुलन खो बैठेगी, यह किसी को पता नहीं है।
इससे पहले…
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि कांग्रेस के पास नेता नहीं हैं, इसलिए वह चॉकलेटी चेहरे के माध्यम से चुनाव में जाना चाहते हैं. ये उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी को दिखाता है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने प्रियंका के महासचिव बनने पर कहा था कि प्रियंका गांधी कांग्रेस में एंट्री उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा को डराने के लिए की गई है। क्योंकि सपा-बसपा ने कांग्रेस को छोड़ दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रियंका राजनीति में रॉबर्ट वाड्रा के प्रतिनिधि के रूप में की है, जिससे की वाड्रा से जुड़े मामले को लाइम लाइट में लाया जा सके।