प्यास दांव पर : सम्पत्ति कर नहीं चुकाया तो कट सकता है नल कनेक्शन
January 19, 2017
breaking, देश दुनिया
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जगदलपुर। देश को डिजिटल और कैशलेस बनाने की पी एम मोदी की मुहिम में जगदलपुर वासियों की प्यास दांव पर लग गई है। वहां अब सम्पत्ति कर नहीं चुकाया तो पानी का कनेक्शन काट दिया जाएगा। यह सब ऑनलाइन व्यवस्था के तहत हो रहा है।
नगर निगम के जलप्रदाय विभाग जलकर को ऑनलाइन करने हेतु 28 फरवरी तक अंतिम तिथि निर्धारित कर रखा है। जगदलपुर शहर वासियो को वर्तमान में संपत्तिकर/समेकित कर जमा करने हेतु डिमांड जारी कर दिया गया है जो कि शहर के 48 वार्ड में बांटा जा रहा है। नये वार्ड में शामिल मकानों के अनुसार जलप्रदाय विभाग भी ऑनलाइन करने हेतु प्रयासरत है जिससे आगामी वित्तीय वर्ष में जल कर भी इस डिमांड के साथ जुड़ कर ऑनलाइन प्रदर्शित होगा। शासन के निर्देशानुसार नगर निगम आयुक्त वीरेंद्र सिंह के निर्देश पर जलप्रदाय विभाग इस पर लगातार सूचना जारी कर रहा है।
जल कर प्रभारी वनिष दुबे ने बताया कि अब राजस्व विभाग के साथ ही जलकर भी ऑनलाइन प्रदर्शित किया जाएगा जिससे उपभोक्ता इसका भुगतान ऑनलाइन कर सकेंगे। जब तक संपत्ति कर धारक और जलकर धारक उपभोक्ता के नाम में मिलान नहीं होगा तो इसे ऑनलाइन किया जाना मुश्किल होगा।
वार्ड विभाजन से उपभोक्ताओं के घरों की जानकारी और लिए गए नल कनेक्शन का मिलान होगा अन्यथा ऐसे उपभोक्ता जिनके मकानों का संपत्तिकर अथवा समेकित कर निगम में जमा नही होता उनके जलकर कार्ड अमान्य हो जाएंगे। जलप्रदाय विभाग ने इस बाबत सूचना कार्यालय के सूचना पटल के अतिरिक्त शहर के वार्डों में भी चस्पा कर रखा है।
जलप्रदाय विभाग में इसके लिए अतिरिक्त कर्मचारी भी रखे गए हैं जो जानकारी संकलित कर सुधार कार्य कर रहे हैं। निर्धारित अवधि के बाद इसे बजट में रखा जाएगा और पुन: सुधार के लिए नई प्रक्रिया ही माध्यम होगी इसलिये इस कार्य का अंतिम तिथि निर्धारित किया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिमाह जलकर के भुगतान से शहर वासियों को ही इसका लाभ होगा और कहीं से भी जलकर का भुगतान निर्धारित अवधि में कर सकते हैं। ऑनलाइन होने से इनको प्रतिमाह लगने वाले अधिभार से भी मुक्ति मिल जाएगी।
उन्होंने बताया कि शासकीय मकानों में रहने वाले कर्मचारी/अधिकारी अपने विभाग द्वारा दिए गए पहचान पत्र सहित आधार कार्ड की छायाप्रति जमा करेंगे। जिससे उनके मकानों को आबंटन के आधार पर ऑनलाइन लिंक किया जा सके। ऐसे लोग जो अवैध नल कनेक्शन लेकर पानी ले रहे हैं उनकी मुश्किल अब बढ़ जाएंगी और गर्मियों में उन्हें पानी नही मिल पाएगा। लंबे समय से अवैध नल कनेक्शन की कार्यवाही के बाद भी लोग अभी भी अवैध नल कनेक्शन लेकर चल रहे हैं।
ऑनलाइन प्रक्रिया होने से सबसे ज्यादा हानि ऐसे कनेक्शन वालों को होगी और नल कनेक्शन कटने पर पूर्ण प्रक्रिया के बाद ही यह लोग अधिकृत हो पाएंगे क्योंकि जिन वार्डों में भागीरथी नल कनेक्शन दे दिए गए हैं उन वार्डों से सार्वजनिक नल कनेक्शन भी हटा दिए जाएंगे। अत: जल्द ही ऐसे लोग स्वयं के नाम पर आवेदन प्रस्तुत कर विधिवत कनेक्शन ले लेवें।
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