नई दिल्ली। रिटायरमेंट कर 8 दिन बाद ही कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज सी.एस. कर्णन को अरेस्ट कर लिया गया है। वह अवमानना के मामले में सुप्रीम कोर्ट से 6 महीने की सजा के बाद से फरार थे।
कर्णन को मंगलवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर से गिरफ्तार कर लिया गया। जस्टिस कर्णन इसी महीने 12 जून को अपने पद से रिटायर हुए।
62 साल के जस्टिस कर्णन 9 मई के बाद से ही फरार चल रहे थे। उसी दिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अवमानना का दोषी ठहराते हुए 6 महीने कैद की सजा सुनाई थी। ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी पद पर बैठे हाई कोर्ट जज को सुप्रीम कोर्ट ने मानहानि के मामले में जेल की सजा दी।
यह है मामला
जस्टिस कर्णन ने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के कई जजों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
इस संबंध में उन्होंने एक शिकायत भी की थी। उन्होंने CBI को इस शिकायत की जांच करने का आदेश दिया था। जस्टिस कर्णन ने CBI को निर्देश देते हुए इस जांच की रिपोर्ट संसद को सौंपने के लिए कहा था।
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए CJI ने इसे अदालत की अवमानना बताया था।
इसके बाद 7 जजों की एक खंडपीठ का गठन किया गया, जिसने जस्टिस कर्णन के खिलाफ कोर्ट के आदेश की अवमानना से जुड़ी कार्रवाई शुरू की।
सुप्रीम कोर्ट ने दो बार जस्टिस कर्णन को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन कर्णन हाजिर नहीं हुए। सुप्रीम कोर्ट ने 10 मार्च को उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वॉरंट जारी किया। 9 मई को सुप्रीम कोर्ट ने कर्णन को अवमानना का दोषी ठहराते हुए 6 महीने जेल की सजा सुनाई।