दतिया। कलियुग में लोग सभी रिश्ते-नाते तिलांजलि देकर निजी स्वार्थों को पूरा करने पर अमादा हो जाते हैं पति-पत्नी जब सात फैरे लेते हैं तो जीवन-मरण की सौगंध अग्रि को साक्षी मानकर शपथ लेते हैं। मगर यहाँ तो कुछ ओर ही देखने को मिला है कि एक सौतेले पुत्र ने अपने पिता से मिलकर दुश्मनों को फसाने के चक्कर में अपनी माँ जैसे पवित्र रिश्ते को भी कलंकि त किया है और इस भूमिका में उसका साथ मृतिका के पति ने अपने पुत्र का दिया।
थाना कोतवाली टीआई अजय भार्गव ने बताया कि ठण्डी सडक़ स्थित गुलाब बाग नर्सरी के पास मंगलवार की रात कुछ लोगों ने पुरानी रंजिश के चलते लाला के ताल के नीचे रहने वाली ममता पत्नी जगदीश अहिरवार 38 वर्ष को गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना रात्रि 8:45 बजे की है। मृतिका अपनी जिठांनी के साथ गुलाब बाग के रास्ते अपने घर की ओर जा रही थी। रास्ते में मध्य क्षेत्र विद्युत कम्पनी गेट के पास तीन लोगों ने उसे गोली मार दी थी। जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गई थी और आरोपी मौके से फरार हो गए थे।
उन्होंने आगे बताया कि मृतिका की जिठानी की रिपोर्ट पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और पुलिस ने घटना की जांच कई एंगिल से कर ली तो मामला खुलता नजर आया। जिसमें सौतेला पुत्र सूरज ने अपने विरोधियों को फसाने के चक्कर में जेल में ही माँ की हत्या की कहानी पिता के साथ मिलकर रच डाली। ममता के पति जगदीश अहिरवार ने ही अपने साथियों सहित घटना को अंजाम देने के लिए जब वह फूल बाग के रास्ते घर आ रही थी तभी गोली मार दी थी और भाग गए थे। उक्त घटना में मृतिका के चचिया ससुर एवं बहू निर्मिला को हत्या के सडयंत्र रचने में गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी मृतिका के पति जगदीश अहिरवार एवं दस हजार का इनामी गद्दू पाल अभी फरार है। पुलिस सभी आरोपियों की तलाश कर रही है।