पीएफ ब्याज दर कटौती से नाराज इंटक करेगी देशव्यापी विरोध
December 19, 2016
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नई दिल्ली। श्रम संगठन इंटक ने भविष्यनिधि संगठन के पीएफ ब्याज दर कटौती का विरोध किया है। इंटक ने कहा कि सरकार के इस फैसले का कोई आधार नहीं है। ये श्रमिकों के हितों के खिलाफ है और इंटक अन्य श्रमिक संगठनों के साथ इस पर सरकार को एक ज्ञापन देगी। यदि सरकार नहीं मानी, तो देशभर में सभी श्रमिक संगठन इस फैसले का विरोध करेंगे।
नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी. संजीवा रेड्डी ने कहा कि इंटक सरकार के इस श्रमिक विरोधी फैसले के विरोध में है। ईपीएफओ की निर्णायक संस्था बोर्ड ऑफ ट्रस्ट्री का सदस्य होने के नाते मैंने इस बात को बैठक मेैं पुरजोर तरीके से उठाया है। हम सभी श्रमिक संगठनों की मांग है कि सरकार पीएफ ब्याज दर में कटौती के अपने फैसले को वापस ले। साथ ही पीएफ ब्याज दर पहले की तर्ज पर 9 फीसदी की जाए।
इंटक अध्यक्ष ने कहा कि वे सभी श्रमिक संगठनों से इस मामले पर बात कर रहे हैं। सभी श्रमिक संगठन मिलकर सरकार को एक ज्ञापन देंगे। यदि सरकार श्रमिक संगठनों की बात नही मानती है, तो हम देशव्यापी विरोध करेंगे।
इंटक अध्यक्ष का कहना है कि चीन जैसे देश अपनी जीडीपी का एक बड़ा हिस्सा श्रमिकों, मजदूरों के कल्याण के लिए खर्च करते हैं, वहीं भारत में सरकार मात्र दो-तीन फीसदी ही श्रम कल्याण पर खर्च कर रही है। भारत में अभी भी पेंशन और सोशल सेक्युरिटी जैसी योजनाएं सही मायने में लोगों तक नहीं पहुंची है। सरकार को अब इस बारे में सोचना होगा।
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