चंडीगढ़। चंडीगढ़ में कुत्तों के नोंच-नोंचकर डेढ़ वर्षीय आयुष की जान लेने के प्रकरण में प्रशासन की ‘संवेदनहीनता‘ के खिलाफ गुरुवार को कैंडल मार्च निकाला जाएगा।
गैर सरकारी संगठन ‘वॉयस ऑफ चंडीगढ़‘ के बुधवार को जारी बयान के अनुसार इस आशय का फैसला संगठन के अध्यक्ष अविनाश सिंह शर्मा की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में लिया गया।
बयान के अनुसार घटना को चार दिन बीतने के बावजूद प्रकरण में दोषी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है तथा बच्चे का शव अभी तक सेक्टर 16 अस्पताल में पड़ा है। अभिभावकों ने स्पष्ट किया है कि जब तक प्रकरण में प्राथमिकी नहीं होगी, बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया जाएगा।
शर्मा ने आरोप लगाया कि इस प्रकरण में चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर से लेकर महापौर देवेश मोदगिल, नगर निगम अायुक्त और अन्य अधिकारियों में से किसीने अब तक आयुष के मां-पिता से मिलना और उन्हें सांत्वना देना जरूरी नहीं समझा।
डेढ़ वर्षीय आयुष को रविवार को सेक्टर- 18 के पार्क में तीन-चार कुत्तों ने नोंच-नोंचकर घायल कर दिया। बच्चे को सेक्टर 16 अस्पताल में ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
आयुष की मां सेक्टर 18 में घरों में काम करती हैं और रविवार की छुट्टी के कारण वह बच्चों को साथ लाई थी और काम करने के लिए बच्चों को एक जानकार के पास छोड़ा। बच्चे पार्क में खेल रहे थे जब अचानक कुत्ते वहां आ गए। इसमें बड़े बच्चे तो झूले पर चढ़ गए लेकिन आयुष कुत्तों के हमले का शिकार हो गया।