नई दिल्ली। पाकिस्तान में बंदूक के दम पर एक युवक ने भारतीय युवती को दुल्हन बनाया था। भारतीय उच्चायोग की मदद से वह दुल्हन उज्मा अपना सब-कुछ लुटाकर भारत लौट आई है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उज्मा को भारत जाने की अनुमति दे दी। इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच उसे वाघा बॉर्डर तक पहुंचाया गया।
इस्लामाबाद कोर्ट के जज मोहसिन अख्तर कयानी ने उज्मा का मूल आव्रजन प्रपत्र वापिस लौटा दिया है।
पिछले दिनों उज्मा अचानक तब चर्चा में आई जब उसने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग पहुंचकर गुहार कि एक पाकिस्तानी डॉक्टर ने उससे जबरन शादी कर ली है। वह सुरक्षित नहीं है। उसकी मदद की जाए।
उसी समय महिला का तथाकथित पति डॉ.ताकिर अली भी वहां पहुंच गया। भारतीय अफसरों ने उसे उज्मा से मिलने नहीं दिया तो उसने अफसरों के खिलाफ उसकी बीवी को बंधक बनाने व उसे जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज करा दिया।
उज्मा ने इस्लामाबाद अदालत में अपने पति ताहिर अली के खिलाफ याचिका दायर की जिसमेें पति पर प्रताडऩा और धमकाने का आरोप लगाया। उज्मा ने मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान रिकॉर्ड कराया।
इसमें उसने कहा कि वह शादी करने के लिए नहीं, बल्कि अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान आई थी। यहां धोखे से शादी करके उसकी इज्जत लूटी गई। आखिरकार उच्चायोग के दखल पर वहां की अदालत ने उज्मा को भारत लौटने की इजाजत दे दी।