इस्लामाबाद. पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को देश की गिरती अर्थव्यवस्था के लिए शहबाज शरीफ की सरकार पर निशाना साधा और कहा कि देश जिस स्थिति की ओर बढ़ रहा है वहां से इसका कोई भविष्य नजर नहीं आता. उन्होंने कहा, ‘मेरी कौम आप आज एक बेहद खतरनाक मोड़ पर खड़े हैं. अल्लाह ने हमारे ऊपर जिहाद का हुक्म दिया है. जिहाद है क्या – जुल्म और न इंसाफ़ी के सामने खड़ा होना जिहाद है.’ एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने नेल्स मंडेला के एक कथन का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर ग़ुरबत (गरीबी) कम करनी है, तो पहले इंसाफ लेकर आओ.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने महंगाई पर शरीफ सरकार को घेरते हुए कहा, ‘आज कौन सी कयामत आई है… अप्रैल में हमारी हुकूमत गई थी, तो आटा 65 रु किलो आटा था, लेकिन आज 135 रु हो गए हैं… क्या हुआ कि बिजली के दाम दोगुने हो गए हैं… अभी और महंगाई आने वाली है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं ये आपको ईमान से कहता हूं कि जिस तरफ ये हमें लेकर जा रहे हैं, इस मुल्क का कोई मुस्तकबिल नहीं है. लोगों की उम्मीद पाकिस्तान से चली गई है. 8 लाख लोग मुल्क छोड़ के चले गए हैं.’
इमरान यहीं नहीं रुके. उन्होंने सरकार से यह भी पूछा कि पुलिस ने फवाद चौधरी को क्यों पकड़ा है? उन्होंने कौन-सा जुर्म किया है? इसके बाद इमरान खान ने अपने ऊपर हुए हमले का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘मेरे ऊपर कातिलाना हमला क्यों किया गया था, मैंने कौन-सा जुल्म किया था? मेरा ये वादा है कि जब तक मैं जिन्दा हूं, इस मुल्क के लिए संघर्ष करूंगा.’ खान को पिछले साल तीन नवंबर को पंजाब प्रांत (लाहौर से करीब 150 किलोमीटर दूर) के वजीराबाद इलाके में उनकी पार्टी की रैली के दौरान तीन गोलियां लगी थीं