भोपाल। परीक्षा के दबाव ने एक और माता पिता से उनका सहारा छीन लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को ही विधानसभा में रैंक के लिए बच्चों पर प्रेशर डालने को अपराध की श्रेणी में शामिल करने की घोषणा की है। वही देर रात एक ओर होनहार छात्र ने परीक्षा के दबाव के आगे घुटने टेक दिये। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में 12वीं कक्षा के एक स्टूडेंट ने अपने कमरे में आधी रात को फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक के कमरे से एक सुसाईड नोट भी मिला हैं जिसमें उसने मम्मी पापा को सॉरी कहते हुए लिखा हैं कि फिजिक्स विषय उससे नहीं बनता। घटना के बाद से ही छात्र के माता पिता सदमे हैं।
होशंगाबाद के बाबई रोड स्थित कालिका नगर में रहने वाला 17 वर्षीय प्रदुम्न साहू उर्फ अभिषेक इस बार 12वीं का एग्जाम दे रहा था। शनिवार को उसका फिजिक्स का पेपर था। वह सेमिरिटर्न स्कूल में पढ़ता था। शुक्रवार रात करीब 12 से 1 बजे तक वह पढ़ाई करता रहा। इस बीच करीब 12.05 बजे उसने होशंगाबाद जिले की बाबई तहसील में रहने वाले अपने चचेरे भाई दिनेश साहू से मोबाइल पर बात की। सुबह करीब 4 बजे घड़ी का अलार्म बजने पर उसके पिता डॉ. शिवप्रसाद उसे जगाने गए। वे जैसे ही उसके कमरे से पहले बरामदे में पहुंचे, तो अभिषेक को सीढिय़ों पर चादर से बनाए फंदे पर लटकते देखा।
अभिषेक के पिता वेटेरनरी फील्ड ऑफिसर हैं। उनके मुताबिक, घर-परिवार में किसी चीज को लेकर कोई तंगी नहीं थी। बेशक अभिषेक पढ़ाई में एवरेज था, लेकिन वह पीएससी की तैयारी करके आईएएस बनना चाहता था। वह अपने घर में अकेला बेटा था। उसकी बड़ी बहन श्वाति सागर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। अभिषेक की मां उमा के मुताबिक, वह तीरंदाजी में स्टेट प्लेयर था। उसका स्वभाव भी बहुत अच्छा था। अभिषेक के करीबियों के मुताबिक, वह बेहद मिलनसार लडक़ा था। उसके जन्मदिन पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा भी आए थे। अभिषेक अकसर उनसे मिलने जाता रहता था।