मदुरै/चेन्नई। राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रही तमिलनाडु की 19 वर्षीय छात्रा ने लड़की ने शनिवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि मुरूगा सुंदरम थाने के उपनिरीक्षक की पुत्री एम. ज्योति दुर्गा बेडरूम की छत से लटकी पाई गई।
ज्योति को रात एक बजे तक पढ़ाई करती रही, जिसके बाद वह सोने पर चली गई। आज सुबह वह छत से लटकी पाई गई। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि वह पिछले वर्ष हुई नीट परीक्षा में असफल रही थी और कल होने वाली नीट परीक्षा को लेकर काफी समय से चिंतित थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्ट के लिए भेज दिया है।
तमिलनाडु में एक सप्ताह में नीट उम्मीदवार के आत्महत्या का यह दूसरा मामला है। मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के गलत फैसले लेने वाले बच्चे पीड़ा का कारण बनते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में सफल होने के अनगिनत तरीके हैं और सफलता की गारंटी तब दी जाती है जब छात्रों के पास कुछ भी करने के लिए दृढ़ संकल्प और दृढ़ता होती है।
उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार छात्रों के कल्याण और उनके उत्थान के लिए सहयोगी रहेगी। उन्होंने अभिभावकों से भी अनुरोध किया कि वे बच्चों की महत्वाकांक्षाओं को जानकर उनका मार्गदर्शन करें। विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार के अडियल रवैये के कारण परीक्षाएं हो रही है।
स्कूल शिक्षा मंत्री केए सेनगोट्टैयन ने कहा कि राज्य सरकार नीट परीक्षा के पक्ष में नहीं थी। वहीं विपक्षी नेता एम के स्टॉलिन कहा कि आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है।