स्थानीय शहर के मोहल्ला ऊंची घाटी के रहने वाले नरेश कुमार ने आज एस.एस.पी. जालंधर के दफ्तर में पेश होकर शिकायत देते हुए बताया कि उसकी 4 बेटियां हैं। सबसे छोटा 14 वर्ष का एक बेटा है। परिवार के पालन-पोषण के लिए वह हिमाचल में जाकर कबाड़ का काम करता है।
उसने बताया कि उसकी बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है । दूसरी बेटी की शादी पटियाला के रहने वाले अभिषेक कुमार पुत्र नवीन के साथ रखी थी। लड़के पक्ष के लोगों ने उनसे कहा कि बारात की अच्छी तरह से खातिरदारी होनी चाहिए। इसके चलते उसने शहर के प्रमुख सतलुज क्लब में लड़की की शादी का समारोह अपनी औकात से ऊपर जाकर रखा। इस पर 6 लाख रुपए का खर्च आया। 3 लाख रुपए उसने ब्याज पर पकड़े और 3 लाख रुपए की उसने एक कमेटी उठाई थी।
प्रातः 10 बजे पटियाला से बारात ने फिल्लौर पहुंचना था। वह पूरा इंतजार करते रहे। बार-बार फोन करने के बावजूद बारात शाम साढ़े 5 बजे फिल्लौर पहुंची। उसके बाद लड़के पक्ष द्वारा 26 मिलनियां करवाई गईं। सभी मिलनियों में उन्होंने कंबल दिए, सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था। बारात की अच्छे से खातिरदारी की गई।
खाना खाने के बाद लड़के के पिता नवीन और माता मधू ने लड़की के पिता नरेश को पंडाल में एक तरफ ले जाकर बोले कि वह इस विवाह से संतुष्ट नहीं है, क्योंकि बारात की खातिरदारी उनके मुताबिक नहीं हुई और न ही जैसा वह चाहते थे वैसे मिलनियां हुई हैं। अगर वह चाहते हैं कि उनका लड़का अभिषेक उसकी बेटी को दुल्हन बनाकर अपने साथ पटियाला घर ले जाए तो वह अभी तुरंत जाकर 5 सोने की अंगुठियां लेकर आए। उन्होंने अपने खास रिश्तेदारों को देनी है।
लड़की के पिता ने हाथ जोड़ते हुए कहा कि वह पहले ही अपनी हैसियत से आगे जाकर विवाह पर खर्च कर चुका है। वह अब और खर्च सहन नहीं कर सकता। यह बात सुनते ही पास में खड़ा दूल्हा तैस में आ गया और उसने अपने चेहरे पर पहना सेहरा उतार कर जमीन पर फैंकते हुए कहा कि अगर उसके माता-पिता की यह शर्त पूरी नहीं की गई तो वह किसी भी सूरत में उसकी बेटी के साथ शादी नहीं करेगा।
विवाह समारोह में लड़की पक्ष की तरफ से आए पूर्व पार्षद नीतू डाबर, सुरिंदर डाबर और रणजीत मसीह ने दूल्हे और उसके माता-पिता को समझाने की बहुत कोशिश की। यहां तक की दोनों पूर्व पार्षदों ने दूल्हे के माता-पिता के पांव तक पकड़े पर, वह अपनी मांग मनाने को लेकर टस से मस नहीं हुए।
जब मांग पूरी नहीं हुई तो दूल्हा और उसके माता-पिता बिना शादी किए पूरी बारात को मंडप से बाहर ले गए और गाड़ियों में बैठ वापस अपने शहर पटियाला निकल गए। जब दुल्हन को इस बात का पता चला तो उसकी तबियत खराब हो गई। वह वहीं बेसुध होकर मंडप में गिर गई। उसे स्थानीय प्राइवेट अस्पताल दाखिल करवाया गया।
लड़की के माता-पिता ने बताया कि एक तो दहेज की खातिर लड़के पक्ष के लोग बिना शादी किए वापस चले गए। अब वह पटियाला पहुंच उनकी बड़ी बेटी और रिश्तेदारों को फोन कर धमकियां दे रहे हैं कि अगर उन्होंने कोई कार्रवाई की तो आगे अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। लड़की के माता-पिता ने आज एस.एस.पी. जालंधर के दफ्तर में पेश होकर दूल्हे और उसके माता-पिता के विरुद्ध दहेज उत्पीड़न की शिकायत देते हुए इंसाफ की गुहार लगाई।