नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी को अलगाववादी मानसिकता से इतना ही प्यार है तो वह अपने कांग्रेस मुख्यालय में अलगाववादियों व आतंकियों की प्रतिमा लगाकर प्रतिदिन उस पर फूल माला चढ़ा कर नतमस्तक हों, इस पर हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन देश कभी भी विभाजनकारी मानसिकता नहीं बर्दाश्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि वामपंथियों का गढ़ माने जाने वाले जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में भारत विरोधी नारेबाजी पर छात्र संघ अध्यक्ष और भाकपा की छात्र इकाई के नेता कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर केंद्रीय राजनीति गरमा गई है। वाम दल, कांग्रेस, जदयू समेत प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्र विरोधी प्रदर्शन में शामिल छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। वाम दलों समेत कई पार्टियों के नेताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का दरवाजा खटखटाकर आपातकाल जैसी स्थिति पैदा होने का आरोप लगाया। इस पर राजनाथ ने विपक्षी नेताओं को आश्वस्त करते हुए दोहराया कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे और निर्दोष लोगों को फंसाया नहीं जाएगा।
विगत 9 फरवरी को जेएनयू में जिस तरह भारत विरोधी नारे लगाए गए, उसके विरोध में तो कोई भी विपक्षी राजनीतिक दल खड़ा नहीं हो रहा लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा सचिव डी राजा, जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी व अन्य ने आरोप लगाया कि छात्रों पर राजनीति के तहत कार्रवाई हो रही है। शनिवार की शाम राहुल गांधी भी जेएनयू पहुंचे। इस दौरान एबीवीपी के नेताओं ने राहुल को काले झंडे भी दिखाए।