डर्टी पॉलिटिक्स : अब कांग्रेस को बदलना होगा ’27 साल यूपी बेहाल’ का नारा
Namdev News
लखनऊ। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन तो हो गया लेकिन इसी के साथ कांग्रेस पर उसका लोकप्रिय नारा ’27 साल यूपी बेहाल’ को बदलने का भी दबाव बढ़ गया है।
गठबंधन मुखालफत की इजाजत नहीं देता और कांग्रेस का यह नारा मौजूदा सरकार की रीति-नीति के खिलाफ है। समाजवादी कभी नहीं चाहेंगे कि कांग्रेस अपने इस नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरे। उसे सपा को उसकी हर कमियों के साथ कुबूल करना होगा।
गठबंघन टूटने से हरकत में आई कांग्रेस ने 298ः105 के अनुपात में भले ही साथ निभाना स्वीकार कर लिया हो लेकिन इसके लिए पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी तक को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से फोनिक वार्ता करनी पड़ी। तब जाकर कांग्रेस की सीटें 85 से बढ़कर 105 हुईं।
प्रियंका गांधी वाड्रा तो पहले से ही इस मामले में सक्रिय थी। कांग्रेस के पास अपनी साख बचाने के लिए गठबंधन के अलावा कोई चारा भी नहीं था। ऐसे में लाजिमी है कि गठबंधन धर्म के अनुरूप अब दोनों ही दल एक दूसरे के गुणों का बखान करेंगे और उनके दोषों को बताने से बचेंगे। हालांकि लंबे समय से कांग्रेस के बड़े नेताओं के विरोध के केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा ही रही है और दोनों दल इसी आधार पर अपनी चुनावी रणनीति को अंजाम भी देंगे। समझा जा रहा है कि कांग्रेस इस बात पर सहमत हो गई है कि वह जल्द ही अपने नारे को वापस ले लेगी और यह फैसला वह किसी भी क्षण ले सकती है।