चंडीगढ़। हरियाणा में तबादलों के चर्चित आई.ए.एस. अधिकारी प्रदीप कासनी का बुधवार को फिर से तबादला हो गया। कासनी इस बार अपने नए विभाग में एक दिन ही रह पाए हैं। सरकार ने महज 48 घंटे के भीतर दूसरी तबादला सूची जारी की और कासनी को फिर से बदल दिया। कासनी की 32 वर्ष की नौकरी में यह उनका 66 वां तबादला है। हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब कासनी को तबादले का दंश झेलना पड़ा है। प्रदीप कासनी की गिनती हरियाणा के उन आई.ए.एस. अफसरों में होती है जिन्हें अपने सिद्धांतों के लिए मशहूर माना जाता है। प्रदेश की लगभग सभी सरकारों में प्रदीप कासनी को तबादले झेलने पड़े हैं।
दो दिन पहले हरियाणा सरकार ने आई.ए.एस. अधिकारियों की तबादला सूची जारी करते समय कासनी को साइंस एंड टेक्नोलोजी विभाग से बदलकर वित्त विभाग में नियुक्त किया गया था। इस विभाग में नियुक्ति को अभी 48 घंटे भी नहीं हुए थे कि प्रदीप कासनी को फिर से बदल दिया गया।
नए आदेशों के अनुसार कासनी को अब वित्त विभाग से बदलकर दलित एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का सचिव नियुक्त किया गया है। आज जारी की गई सूची में छह आई.ए.एस. अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। जिनमें विवादों में घिरे आई.ए.एस. सुभाष चंद्रा का नाम भी शामिल है।
दो दिन पहले जारी किए गए आदेशों में सरकार ने सुभाष चंद्रा को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अलावा कंसोलीडेशन एवं लैंड रिकार्ड विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस विभाग में रहते उनके एस.सी. गोयल के खिलाफ पहले से ही जांच चल रही थी। गोयल पर आरोप था कि उन्होंने चकबंदी विभाग में होते हुए अपनी एक रिश्तेदार को लाभ पहुंचाया था। यह विवाद आज मीडिया में आने के बाद सरकार ने उन्हें भी बदल दिया है। गोयल को अब राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के साथ-साथ वित्ता विभाग में सचिव पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके अलावा आई.ए.एस. विजेंद्र कुमार को चकबंदी विभाग का डीजी, नितिन कुमार यादव को गृह विभाग-1 में सचिव, मोहम्मद शाइन को सहकारिता विभाग में प्रबंध निदेशक तथा वजीर चंद गोयत को उद्योग एवं वाणिज्य विभाग का निदेशक नियुक्त किया गया है।