नई दिल्ली। हरियाणा में जाट समुदाय द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर शुरु किया आंदोलन अब उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक पहुंच गया है। इस मुद्दे पर मचे बवाल में अब तक करीब सात लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार शाम तक एक कमेटी गठन करने का भरोसा दिया है। कमेटी जाट आरक्षण से जुड़े हर मुद्दे पर विचार करेगी। हरियाणा से गुजरने वाली लगभग 700 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद जाट नेताओं ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि कमेटी द्वारा लिया फैसला उनकी भविष्य की कार्यवाहियों को निर्धारित करेगा। जानकारी हो कि हरियाणा में जाट आरक्षण को लेकर जारी बवाल को शांत करने के मकसद से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी और हरियाणा के जाट नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया था। इसमें करीब पचास नेताओं ने हिस्सा लिया था। मुलाकात के बाद भाजपा सांसद और जाट नेता संजीव बाल्यान ने मीडिया को बताया कि गृहमंत्री ने जाट नेताओं को आश्वस्त किया है कि रविवार तक जाटों की मांग को लेकर एक कमेटी का गठन कर दिया जाएगा।
मुलाकात के दौरान जाट नेताओं ने केन्द्रीय गृह मंत्री सिंह से चारों मांगों पर विचार-विमर्श करने की मांग की। इन मांगों में आंदोलन के दौरान मारे गए जाटों को आर्थिक सहायता, प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को निरस्त करना, आरक्षण लागू करना सहित फांयरिंग की आदेश देने वाले पुलिस अधिकारिओं के खिलाफ कार्रवाई करना शामिल है। मुलाकात के बाद जाट नेताओं ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि हिंसा द्वारा मामले का कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सकता।
बढ़ते बवाल को देखते हुए हरियाणा के प्रभावित जिलों में सेना लगातार गश्त कर रही है। पुलिस की मुताबिक करीब 154 लोगों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। वहीं हरियाणा से गुजरने वाली लगभग 700 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।