बर्लिन। फ्रांस, ब्रिटेन और स्पेन के बाद अब जर्मनी में भी समलैंगिकता को क़ानूनी इजाजत दे दी है। अब यहां भी आदमी-आदमी से या औरत-औरत से ब्याह रचा सकती है।
जर्मनी की संसद के निचले सदन ने समलैंगिक विवाह विधेयक को मंजूरी दे दी है। सदन में पेश विधेयक के पक्ष में 393 सांसदों ने मतदान किया, जबकि 226 ने इसका विरोध किया।
चांसलर एंजेला मर्केल ने बिल के विरोध में अपना मत डाला। मर्केल की पार्टी और कैथोलिक चर्च ने इस विधेयक की आलोचना की है।हालांकि चांसलर ने संसद में वोटिंग से पहले चौंकाने वाले कदम के तहत सांसदों को पार्टी लाइन के बजाय अपनी अंतरात्मा के आधार पर मतदान करने की अपील की थी।
मतदान के बाद मर्केल ने कहा कि उन्होंने विधेयक के विरोध में मत डाला है, क्योंकि जर्मन कानून के प्रावधानों के तहत मेरा मानना है कि शादी स्त्री और पुरुष के बीच ही होनी चाहिए। उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि यह उनका निजी फैसला है।
मर्केल सितंबर में होने वाले चुनाव में चौथी बार सत्ता पर काबिज होना चाहती हैं। ऐसे में वह समाज के किसी भी तबके के विरोध का खतरा मोल नहीं लेना चाहतीं।