नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने की गूंज सोमवार को संसद में भी सुनाई दी। लोकसभा में आज संसद की कार्यवाही जय श्रीराम के उद्घोष के साथ शुरू हुई। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन जैसे ही सदन में आईं तो कुछ सांसदों ने उनका अभिवादन जय श्रीराम से किया। इसके साथ ही पूरे सदन में जयश्री राम के नारे लगने लगे। जय श्री राम का जवाब देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने अपनी कुर्सी संभाली और सदन की कार्यवाही शुरू करने को कहा।
मालूम हो कि विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) की घोषणा के छह महीने बाद ही अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों का पहुंचना शुरू हो गया है। वीएचपी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के अपने संकल्प को दोहराते हुए जून में ऐलान किया था कि वह मंदिर निर्माण के लिए देश भर से पत्थर इक_ा करेगी। राम मंदिर निर्माण के लिए करीब 2.25 लाख क्यूबिक फुट पत्थरों की जरूरत है और करीब 1.25 लाख क्यूबिक फुट पत्थर अयोध्या स्थित वीएचपी मुख्यालय में तैयार रखे हैं।
वीएचपी के अनुसार मंदिर निर्माण के लिए अतिरिक्त 75 हजार घनफुट पत्थरों का आना अभी बाकी है।
यह पत्थर दानदाताओं की ओर से रामजन्मभूमि न्यास को दान किया गया है। रामसेवकपुरम स्थित कार्यशाला में पत्थरों की पहली खेप पहुंचने पर रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने वैदिक मंत्रोचार के बीच शिला पूजन किया। इस मौके पर उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही विवाद दूर हो जाएगा और मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा।
उन्होंने कहा कि मामला भले ही उच्चतम न्यायालय में है लेकिन अदालत भी जनभावनाओं का आदर करती है। उन्होंने कहा कि वह कोर्ट का सम्मान करते हैं और उन्हें यह विश्वास है कि अदालत का निर्णय हिन्दू समाज के पक्ष में ही आएगा। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार को समय देते हुए कहा कि केंद्र सरकार के पास बहुत से कार्य हैं लेकिन वह हिन्दू जन भावना के विपरीत नहीं है।