वाशिंगटन। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि दो चीनी लड़ाकू विमानों ने विवादित दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में एक अमेरिकी जासूसी विमान को असुरक्षित तरीके से रोका। इससे रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण जलक्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। हालांकि चीन ने अमेरिकी आरोपों का खंडन किया है।
पेंटागन ने कहा है कि अमरीकी ईपी-3 टोही विमान को दो चीनी जे-11 विमानों ने असुरक्षित तरीके से रोका। उसके विमान को दक्षिण चीन सागर में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में रोका गया। पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने कहा कि हमने कई स्तरों पर बातचीत बढ़ाकर हमारे और चीनी बलों के बीच तनाव कम करने की कोशिश की है। डेविस ने कहा कि हमने पिछले साल में चीन की कार्रवाई में सुधार देखा है, वे सुरक्षित और पेशेवर तरीके से उड़ान भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी विमान को ऐसे समय पर रोका गया है जब कुछ ही दिन पहले ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल जोसेफ डनफर्ड ने दक्षिण चीन सागर में तनाव कम करने के लिए प्रयासों के तहत चाइनीज पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट के प्रमुख फांग फेंघुई के साथ वीडियो कांफ्रेंस की थी। चीन दक्षिण चीन सागर में करीब सभी क्षेत्रों पर अपना दावा करता रहा है। इस पर फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान भी दावा पेश करते हैं। अमेरिका नौवहन की स्वतंत्रता को दर्शाने के लिए चीन के दावे वाले जलक्षेत्र में अपने युद्धपोत भेजता रहा है।