ऋषिकेश। उत्तराखंड में श्रद्धालुओं व पर्यटकों को कोविड-19 की गाइडलाइन में छूट देने का असर दिखने लगा है। इस वीकेंड गंगोत्री को छोड़कर अधिकतर धामों में दर्शनों की बुकिंग फुल हो चुकी है। कोरोनाकाल में लॉकडाउन के बाद लागू सख्त मानकों के चलते चारों धामों में बेहद कम श्रद्धालु पहुंच रहे थे।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण तभी होता था, जब आवेदक 72 घंटे पुरानी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट अपलोड करता था। अब सरकार के बाद बोर्ड ने भी 72 घंटे पुरानी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता समाप्त कर दी है। इसका असर पहले ही सप्ताह में दिखने लगा है।
अब केदारनाथ धाम में बुकिंग सात अक्तूबर तक के लिए फुल हो गई है। बदरीनाथ धाम व यमुनोत्री धाम के लिए तीन अक्तूबर तक बुकिंग नहीं है। सिर्फ गंगोत्री धाम में 50 प्रतिशत बुकिंग खाली है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए ही बोर्ड ने धामों में दर्शन का समय दोपहर 12 बजे से बढ़ाकर तीन बजे तक करने की तैयारी है।
बदरीनाथ 1200 श्रद्धालु रोज
केदारनाथ 800 श्रद्धालु रोज
गंगोत्री 600 श्रद्धालु रोज
यमुनोत्री 400 श्रद्धालु रोज
लंबे समय बाद उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर रौनक लौटती नजर आ रही है। इस वीकेंड पर होटल में पर्यटकों की बुकिंग बढ़नी शुरू हो गई है। कोरोना के कारण मार्च से अगस्त तक होटलों में बुकिंग ठप रही। सितंबर में वीकेंड पर कुछ बुकिंग बढ़ना शुरू हुई, पर वो भी 15% से ज्यादा नहीं थी।