नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन का संक्रमण बढ़ने को देखते हुए भारतीय रेलवे ने जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन एवं अन्य बड़े उपकरणों की आपूर्ति के लिए कमर कस ली है।
रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल महाप्रबंधकों को कहा है कि द्रवीकृत मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) के परिवहन के लिए क्रायोजेनिक टैंकरों एवं कंटेनरों, ऑक्सीजन संयंत्रों आदि के परिवहन एवं राज्य सरकारों द्वारा फ्रेट एडवांस स्कीम को लेकर रेलवे के दिशानिर्देश 15 जनवरी तक के लिए थे। लेेकिन मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनज़र इसकी समीक्षा की गई और इन दिशानिर्देशों को आगे तीन महीने के लिए बढ़ा गया है।
भारतीय रेलवे ने जिन राज्यों में ऑक्सीजन की कमी थी, वहां इसकी आपूर्ति के लिए इस साल 18 अप्रैल को ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की शुरुआत की थी। करीब 480 ऑक्सीजन एक्सप्रेस चला कर 35000 टन से ज्यादा एलएमओ 15 राज्यों को पहुंचाई गई थी।
रेलवे ने इसके अलावा चार हजार से अधिक कोचों को कोविड केयर कोच में बदल कर देश के अनेक शहरों में स्टेशनों पर तैनात किया था।