नई दिल्ली. मिशिगन राज्य और ओशन एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट के शोधकर्ताओं ने हूरोन झील की सतह से सैकड़ों फीट नीचे एक जलपोत की खोज की है. यह जहाज अमेरिका के मिशिगन तट से दूर उत्तरी लेक ह्यूरॉन में पाया गया है जिसे कभी जहाजों का काल भी कहा जाता था. एनओएए के थंडर बे राष्ट्रीय समुद्री सेंचुरी के भीतर स्थित जहाज़ की पहचान नौकायन जहाज आयरनटन के रूप में की गई है.
अमेरिका के मिशिगन तट से दूर उत्तरी लेक ह्यूरॉन में एक खतरनाक हिस्सा मौजूद है जिसने कई जहाजों को डूबा दिया. इसी लेक के इस हिस्से की चपेट में आने के बाद ‘आयरनटन’ भी खुद को बचा नहीं सका था.
थंडर बे नेशनल मरीन सैंक्चुअरी की वेबसाइट पर प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट में 191 फुट (58 मीटर) मालवाहक जहाज के बारे में बताया गया है जो सितंबर 1894 की एक तूफानी रात में एक अनाज ढोने वाले अन्य जहाज से टकरा गया, जिससे दोनों डूब गए.
इस तबाही में आयरनटन के कप्तान और छह नाविक एक लाइफबोट में चढ़ गए लेकिन जहाज से अलग होने से पहले ही समुद्र ने इसे नीचे खींच लिया. केवल दो चालक दल बच पाए. अधीक्षक जेफ ग्रे ने एक साक्षात्कार में कहा कि इतिहासकारों, पानी के नीचे के पुरातत्वविदों और तकनीशियनों की एक टीम ने 2019 में मलबे का पता लगाया और इसे स्कैन करने और दस्तावेज करने के लिए दूर से नियंत्रित कैमरों को तैनात किया गया.
हालांकि समकालीन रिपोर्ट और चश्मदीद गवाह आयरनटन के डूबने के सामान्य क्षेत्र का वर्णन करते हैं, फिर भी सटीक स्थान 120 से अधिक वर्षों के लिए एक रहस्य बना रहा. एनओएए के थंडर बे नेशनल मरीन सैंक्चुअरी, मिशिगन राज्य और ओशन एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट के शोधकर्ताओं ने जहाज़ की तबाही की खोज और दस्तावेज के लिए अत्याधुनिक समुद्र विज्ञान तकनीक का इस्तेमाल किया.
ग्रे ने कहा कि वीडियो फुटेज से पता चलता है कि आयरनटन झील के तल पर सैकड़ों फीट नीचे उल्लेखनीय रूप से संरक्षित सीधा बैठा है. इस दौरान कोई मानव अवशेष नहीं देखा गया. लेकिन लाइफबोट बड़े जहाज से बंधा हुआ है, जो 128 साल पहले के गवाहों की एक मार्मिक पुष्टि करता है. खोज और निरीक्षण में कई संगठन शामिल थे, जिनमें ओशन एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट शामिल है, जिसने टाइटैनिक और जर्मन युद्धपोत बिस्मार्क के डूबे हुए मलबे का पता लगाया था.
माना जाता है कि झील की सीमाओं के भीतर या उसके आस-पास लगभग 200 जलपोत डूबे हुए हैं, जिसमें अल्पना में ग्रेट लेक्स मैरीटाइम हेरिटेज सेंटर और उत्तर-पश्चिमी लेक ह्यूरन का लगभग 4,300 वर्ग मील (11,137 वर्ग किलोमीटर) शामिल है. थंडर बे नेशनल मरीन सैंक्चुअरी के संसाधन संरक्षण समन्वयक स्टेफ़नी गंडुल्ला ने कहा कि कई कारकों ने क्षेत्र को दो शताब्दियों से अधिक समय तक “जहाज़ की तबाही की एक गली” बना दिया था, आधुनिक नेविगेशन और मौसम की भविष्यवाणी ने इस खतरे को कम किया.
अधिक जानकारी देते हुए शोधकर्ता द्वारा बताया गया कि 26 सितंबर की सुबह लगभग 12:30 बजे भारी लेक ह्यूरोन समुद्र में स्टीमर खराब हो गया था. परिणामस्वरूप जहाज मार्ग से भटक गया और प्रेस्क आइल, मिशिगन से लगभग 10 मील (16 किलोमीटर) दूर एक अन्य 1,000 टन आटे से लदे एक मालवाहक में जा घुसा. फिलहाल रिसर्च टीम इस झील पर अन्य जहाजों के डूबने की स्थितियों का पता लगाने में जुटी हुई है.