बीती 22 सितंबर को पहली घटना हुई। इस दृश्य को लोगों ने कैमरे में कैद किया। इसके बाद 26 सितंबर को केदारनाथ के इसी क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ। अब शनिवार को फिर से बड़ा एवलांच आया जो धुएं के गुब्बार की तरह फैलता दिखाई दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। प्रशासन ने इसे हिमालय क्षेत्र में होने वाली सामान्य घटना बताया है।
हालांकि भविष्य में ग्लेशियर के बड़े हिस्से के टूटने के खतरे को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। केदारनाथ में वर्षों से रहने वाले लोग भी इस तरह की घटना को सामान्य बता रहे हैं। उधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि घटना को लेकर भूगर्भीय टीम के दो-तीन दिन में केदारनाथ आने की उम्मीद है, जो इस क्षेत्र का निरीक्षण करेगी।
कोई नुकसान नहीं
पहली घटना के बाद ही सचिव आपदा प्रबंधन को पत्र लिखकर भूगर्भीय टीम से क्षेत्र का अध्ययन कराने का आग्रह किया गया है। तीनों घटनाओं से मंदाकिनी का जलस्तर नहीं बढ़ा, न ही किसी तरह का कोई नुकसान हुआ है। सुरक्षा की दृष्टि से एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और केदारनाथ में मौजूद प्रशासनिक टीम को अलर्ट रहते हुए निगरानी के निर्देश दिए हैं।
मयूर दीक्षित, डीएम रुद्रप्रयाग