नई दिल्ली। कल तक वह असंतुष्ट छात्रा के रूप में श्रीनगर की गलियों में पुलिस पर पत्थर फेंकने वाली लड़कियों के गुट की अगुवाई करती थीं। प
अफशां आशिक ने अपनी टीम के साथ दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करके उन्हें राज्य में खिलाडि़यों के सामने आने वाली समस्याओं से अवगत कराया और मदद की गुहार लगाई। उसने बताया कि अब उसके जीवन मे बदलाव आ चुका है वह वापस मुडकर नहीं देखना चाहतीं। उसने कहा ‘मेरी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई।
मैं विजेता बनना चाहती हूं और राज्य व देश को गौरवान्वित करने के लिए कुछ करना चाहती हूं।
अगर जम्मू-कश्मीर में उचित खेल आधारभूत ढांचा तैयार किया जाता है तो युवा आतंकवाद और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों से इतर अपने कौशल को निखारने के लिए प्रेरित होंगे और राज्य का नाम चमकाएंगे।’
श्रीनगर की रहने वाली 21 साल की अफशां अभी मुंबई के एक क्लब के लिए खेल रही है। वह मानती हैं कि उनकी जिंदगी और करियर ने जब मोड़ लिया तब उनकी फोटो पत्थर फेंकने वाली के तौर पर मीडिया में हाईलाइट हुई। अहम बात यह भी है कि अफशां की जिंदगी पर एक बॉलीवुड निर्माता फ़िल्म भी बनाने की तैयारी में है।