‘चिल्लाया तो बंद कर दिया दरवाजा’
लिखित कंप्लेन वाले लेटर के अनुसार जब अनुसूइया रणसिंह साहू बिहार पुलिस रेडियो की DIG थीं. उसी दरम्यान होमगार्ड के सिपाही शशिकांत सिंह (11835), सिपाही नरेश प्रसाद सिंह (11542), सिपाही देवेंद्र यादव (2302), सिपाही अरविंद कुमार और जय राम शर्मा की आर्म्ड गार्ड की ड्यूटी थी. 15 अक्टूबर 2022 को लाइन बाबू ने कहा कि DIG मैडम के घर जाकर काम करना है. तुरंत शशिकांत ने जाने से मना कर दिया. कहा हम लोग नहीं जाएंगे. मना करने के बाद भी लाइन बाबू ने दबाव बनाया. इसके बाद शशिकांत DIG के घर गया. वहां उसे सिलिंग फैन और छत धोने को कहा गया. इस पर सिपाही ने टेबल या सिढ़ी देने की मांग कर दी. सिपाही ने अपने कंप्लेन लेटर में दावा किया कि उसकी मांग सुनते ही महिला DIG ने उसके साथ लप्पड़-थप्पड़ शुरू कर दिया. डंडे से उसकी पिटाई की. जब चिल्लाने लगा तो घर का दरवाजा बंद कर दिया. इसके बाद अपने पालतू कुत्ते से कटवाया. उनके कुत्ते ने मेरे शरीर के चार जगह पर अपना दांत गड़ाया. जब शाम 7 बजे गेट खुला तो वहां से भाग निकला. अपने साथियों के पास पहुंचा। वहां से वो लोग राजवंशी नगर हॉस्पिटल ले गए. वहीं इलाज हुआ.
DG से कड़ी कार्रवाई की हुई थी मांग
घटना के तीसरे दिन 18 अक्टूबर 2022 को पीड़ित सिपाही शशिकांत सिंह ने अपने साथ हुए घटना की लिखित शिकायत DG शोभा ओहटकर से की. साथ ही यह भी जानकारी दी कि IPS अनुसूइया रणसिंह साहू बिहार पुलिस के तीन सिपाहियों पर अपने घर में चोरी का झूठा आरोप लगा चुकी हैं और उनके खिलाफ फर्जी FIR दर्ज करवा चुकी हैं. साथ ही अपने एक कुक को पूर्व में जेल भी भिजवा चुकी हैं. इनके द्वारा ऐसी हरकत बराबर की जाती है. ऐसी स्थिति में हमारा वहां रह कर काम करना उचित नहीं है. इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया जाए. उनके खिलाफ जांच की जाए. सिपाही ने अपने कंप्लेन में दोषी पाए जाने पर अनुसूइया रणसिंह साहू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग DG से की थी.
DIG की जांच के बाद गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट
इस मामले को DG शोभा ओहटकर ने गंभीरता से लिया. कंप्लेन मिलने के अगले ही दिन 19 अक्टूबर 2022 को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी उन्होंने उस वक्त के DIG होमगार्ड व फायर सर्विसेज अरविंद ठाकुर को सौंप दी. फिर जांच शुरू हुई. 26 दिसंबर 2022 को अरविंद ठाकुर ने अनुसूइया रणसिंह को लेटर जारी सिपाही के द्वारा लगाए गए आरोपों पर उनसे उनका पक्ष तीन दिनों के अंदर मांगा. पर मैडम ने अपना पक्ष नहीं भेजा. इस कारण 10 जनवरी 2023 को दूसरी बार लेटर जारी कर उनसे पक्ष मांगा. इसके बाद 12 जनवरी को अनुसूइया रणसिंह साहू ने लिखित तौर पर अपना पक्ष भेजा. उसमें आरोप लगाया कि बिहार पुलिस रेडियो में पोस्टेड सिपाही शशिकांत समेत होमगार्ड के 5 सिपाही ड्यूटी में लापरवाही बरतते थे.सिपाही का लगाया आरोप तथ्य से परे और बेबुनियाद है.
अपनी जांच पूरी होने के बाद 30 जनवरी को अरविंद ठाकुर ने DG को रिपोर्ट सौंपी और उसमें महिला IPS पर सिपाही के द्वारा लगाए गए आरोपों को सही बताया. इसके आधार पर 31 मई को होमगार्ड व फायर सर्विसेज की तरफ से एक रिपोर्ट गृह विभाग में आरक्षी शाखा के संयुक्त सचिव को भेजी गई और उनसे अनुसूइया रणसिंह साहू के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई के लिए अनुशंसा की गई थी.