पटना। राजनीतिक दलों की तरह अब श्रमिक यूनियनों को भी गठबंधन के फायदे नजर आने लगे हैं। पूर्व मध्य रेल जोन में मान्यता प्राप्त रेलवे कर्मचारी यूनियन को संभावित आगामी वर्ष 2017-18 में होने वाले संगठन चुनाव में शिकस्त देने के लिए तीन रेलवे कर्मचारी संगठनों ने एक मत से महागठबंधन बना कर एक चुनाव चिन्ह पर एक साथ चुनाव लड़ने के लिए एक साथ हो गए है।
इसके लिए तीनों संगठन रेलवे मेंस यूनियन के अध्यक्ष राममूरत यादव एवं महामंत्री गुप्तेश्वर तिवारी ,रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष ब्रजेश प्रसाद एवं महामंत्री रामचंद्र सिंह तथा मजदूर यूनियन के अध्यक्ष बीसी पाल राय एवं महामंत्री बीके सिंह आदि ने सर्वसम्मति से महागठबंधन पर मुहर लगाये। इस को लेकर खगौल के रेलवे संगठन ओबीसी कार्यालय में पूर्व मध्य रेलवे मेंस कांग्रेस के अध्यक्ष राममूरत यादव की अध्यक्षता में बैठक हुई।
श्री यादव ने बताया कि महागठबंधन में पूर्व मध्य रेलवे मेंस कांग्रेस ,रेलवे मजदूर कांग्रेस और रेलवे मजदूर यूनियन को शामिल किया गया। उहोंने कहा कि एक मात्र मान्यता प्राप्त कर्मचारी यूनियन की निष्क्रियता,उदाशीनता तथा प्रशासन की पिछलग्गू बने होने के कारण पूरे जोन में कर्मचारियों की समस्याओं का निदान नहीं हो रहा है। जोन के कर्मचारी प्रशासन के शोषण और उत्पीड़न से त्रस्त हैं। वहीं मान्यता प्राप्त रेलवे कर्मचारी यूनियन के नेताओं में सरकारी सुविधा पाने की होड़ लगा हुआ है।
बैठक में आगामी अगस्त ‘2016 तक पांचों रेल मंडलों में महागठबंधन का मंडल समिति और 52 ब्रांचों का गठन तथा सितम्बर ‘2016 तक कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए व्यापक रूप से संघर्ष करने निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। वहीं आगामी चुनाव में एकजुटता का परिचय दे कर महागठबंधन की जीत को सुनिश्चत करने का आह्वान किया गया।