देहरादून। एसडीआरएफ के जवान इन दिनों चमोली आपदा के बाद ऋषि गंगा नदी में बनी झील के मुहाने को तोड़कर जलस्तर के दबाव को कम करने का काम में भी लगी है। एसडीआरएफ टीम ने झील के मुहाने से मलबा और बड़े वृक्ष हटाकर जल निकासी के लिए रास्ता बनाया है ताकि जलभराव से उत्पन्न होने वाले खतरे को कम किया जा सके।
एसडीआरएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने कहा कि एसडीआरएफ की मॉनिटरिंग टीम द्वारा 3 दिन में ग्रामीणों की सहायता से झील के मुहाने को 20 से 50 फीट तक खोल दिया गया है जिससे झील के जलस्तर में 1 फीट से भी अधिक की गिरावट देखी गई है।
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वैज्ञानिकों के 10 सदस्यीय दल के साथ एसडीआरएफ के 7 पर्वतारोही जवान झील के जलभराव क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से कैम्प किए हुए हैं ताकि वैज्ञानिकों से इस झील से उत्पन्न खतरे का आकलन करवाकर इसका तकनीकी रूप से निराकरण करवा सकें। एसडीआरएफ सेनानायक नवनीत भुल्लर ने बताया कि एसडीआरएफ जवानों की टीम को सैटेलाइट फोन के माध्यम से लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं कि इससे कैसे निबटना है।