नई दिल्ली। करीब साढे तीन माह बाद जमानत पर तिहाड़ जेल से बाहर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने कहा है कि समाज में भय का माहौल व्याप्त है और मीडिया भी इससे अछूता नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह कल रात आठ बजे जब जेल से रिहा हुए और खुले में सांस ली तो उन्हें जम्मू कश्मीर के 75 लाख लोगों का खयाल आया जिनके बुनियादी अधिकारों को चार अगस्त से नकारा गया है। वहां के मुख्यधारा के लोगों को बेवजह हिरासत में रखा गया है।
देश की आर्थिक स्थिति को बहुत खराब बताते हुए चिदम्बरम ने कहा कि यह सब कुछ सरकार की गलत नीतियों और उसके आर्थिक कुप्रबंधन के कारण हुआ है लेकिन हैरानी इस बात की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बारे में चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया की रेटिंग एजेंसियां देश की अर्थव्यवस्था को लेकर नकारात्मक बातें कह रही है लेकिन मोदी सरकार अपने सात माह के कार्यकाल के बाद भी इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है और मंदी को हल्के में ले रही है।
उन्होंने कहा कि देश में आर्थिक संकट की वजह मोदी सरकार की नीतियां हैं। उसने पहले नोटबंदी का गलत फैसला लिया और उसके बाद गलत तरीके से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू किया तथा उद्योगपतियों को कर में दी जाने वाली छूट जैसे कई कदम हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यह नहीं समझ पा रही है कि मंदी से कैसे निपटा जाना है और ना ही वह इस बारे में किसी से सलाह मशविरा करना चाहती है।