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आटा मिल में मिले मरे हुए चूहे, रेत और गंदगी

 

मानपुरा।  नागरिक खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री किशन कपूर ने खाद्य आपूर्ति एवं नापतोल विभाग की टीम के साथ बद्दी की एक फ्लोर मिल व इंडिया ऑयल के बॉटलिंग प्लांट में छापेमारी कर रिकार्ड खंगाला। गैस प्लांट में सब ठीक ठाक पाया लेकिन फ्लोर मिल में अव्यवस्थाओं को देख कर मंत्री आपे से बाहर हो गए।

बिना किसी सूचना के ही मंत्री सुबह करीब 11 बजे बद्दी के हनुमान मंदिर के पास एक आटा मिल में जा पहुंचे। इसे देख उद्योग में हड़बड़ी मच गई व किसी बहाने से पहले तो उक्त टीम को गेट पर रोकने की कोशिश की गई लेकिन मंत्री उद्योग में पहुंच गए।

 

उद्योग में जहां पी.डी.एस. के तहत आने वाला 210 क्विंटल गेहूं कम निकला, वहीं जिन थैलियों में आटा सप्लाई किया जाता था उनमें 35 किलो के थैले में 310 ग्राम के करीब आटा कम पाया गया। यही नहीं, फ्लोर मिल में आटा चक्कियों के साथ मरे हुए चूहे पाए गए। यह देख कर मंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।उन्होंने कहा कि यह प्लेग जैसी बीमारी को दस्तक देने के समान है।

ये थे हालात

वहां एक तरफ मशीनों में आटा पिस रहा था, वहीं दूसरी ओर उद्योग में निर्माण कार्य चला हुआ था। इस कारण रेत व मिट्टी भी इस आटे में मिलकर लोगों को परोसी जा रही है। मंत्री ने मौके पर ही खाद्य विभाग व नापतोल विभाग की टीम को उक्त उद्योग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के  आदेश दिए। इसके बाद मंत्री बद्दी स्थित गैस प्लांट में पहुंचे व उद्योग के 15 सिलैंडर बाहर निकाले गए व उनका वजन किया गया जो बिल्कुल सही पाया गया। इसके अलावा उद्योग में सफाई व्यवस्था व सुरक्षा मानकों को लेकर भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

नागरिक खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री किशन कपूर ने बताया कि उनके पास उक्त आटा मिल, बद्दी की कुछ अन्य मिलों, मसाले व अन्य खाद्य सामग्री बनाने वाले उद्योगों की शिकायतों के साथ गैस प्लांट में सिलैंडरों में गैस कम होने की शिकायतें आ रही थीं। इसी के आधार पर यह छापेमारी की गई। किसी को इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। यहां तक कि उपरोक्त दोनों विभागों के अधिकारियों को भी अंत तक यह पता नहीं था कि आखिर मंत्री उन्हें कहां लेकर जा रहे हैं। दोनों विभागों को कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं, वहीं गैस प्लांट से बाहर होने वाली सिलैंडरों में हेराफे री पर भी विभाग को कड़ी नजर रखने के आदेश दिए गए। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी डिपुओं, सिलैंडरों या अन्य चीजों में कोई हेराफेरी हो रही है तो इसकी शिकायत उन्हें सीधे भेजें। इस मौके पर दून के विधायक परमजीत पम्मी, जिला खाद्य आपूॢत नियंत्रक सोलन इंचार्ज मिलाप शांडिल, इंस्पैक्टर अरुण कुमार, धर्मेश शर्मा व जिला निरीक्षण नापतोल विभाग आर.एल. राठौर भी उपस्थित थे।

खाद्य मंत्री की बी.बी.एन. में अचानक छापेमारी से डिपो संचालकों के भी होश उड़ गए। बी.बी.एन. के ज्यादातर राशन डिपुओं में ताले लटक गए व डिपो संचालक भी अपना रिकार्ड सही करने में जुट गए।