नई दिल्ली। चार महीने की चिकचिक के बाद मोदी सरकार ने आम लोगों का पैसा वापस लौटाने का फैसला किया है। इसे आप-हम होली का तोहफा भी कह सकते हैं। जी हां, धुलंडी यानी सोमवार से बचत खाते से नकद निकासी की सीमा समाप्त हो जाएगी। हम चाहेंगे उतने रुपए अपने बैंक खाते से निकाल सकेंगे, यह अलग बात है कि बैंक में कैश न हो।
नोटबंदी के बाद विभिन्न खातों से निकासी पर लगाई गई सभी प्रकार की सीमाएं सोमवार से समाप्त हो जाएंगी। अब तक बचत खातों से हर सप्ताह अधिकतम 50 हजार रुपए ही निकाले जा सकते थे।
8 नवम्बर की वो रात…
सरकार ने काले धन पर रोक लगाने, जाली मुद्रा और आतंकी वित्त पोषण को रोकने के लिए पिछले साल आठ नवंबर को 500 और 1000 के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिया था।
आरबीआई ने बैंक शाखाओं और एटीएम से नकदी की निकासी पर कई तरह की शर्तें लगा दी थीं। हालांकि, नकदी की स्थिति सुधरने के साथ समय-समय पर इनमें से ज्यादातर को हटाया जाता रहा।
13 मार्च से बचत खाते से नकद निकासी की सीमा को भी खत्म कर दिया जाएगा। चालू खातों, ओवरड्राफ्ट और कैश क्रेडिट खातों से निकासी की सीमा 30 जनवरी को ही समाप्त कर दी गई थी।
बचत खातों के लिए एक फरवरी से लोगों को अपने खातों से सप्ताह में 24 हजार रुपये निकालने की छूट दी गई थी। इसके बाद 20 फरवरी को नियम जारी किया गया कि ग्राहक एक सप्ताह में 50 हजार रुपये निकाल सकते हैं।