जम्मू। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दस्तक दिए जाने की सरकारी पुष्टि के बाद अमरनाथ श्राइन बोर्ड सतर्क हो गया है। इस बार यात्रा में शामिल होने वालों के लिए कोरोना टेस्ट करवाना व टीका लगवाना अनिवार्य करने की कवायद की जा रही है। हालांकि अभी तक इसके प्रति सिर्फ मंथन चल रहा है।
एक अप्रेल से देश में यस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और जम्मू कश्मीर बैंक की 446 शाखाओं में अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण आरंभ होगा। फिलहाल पंजीकरण के लिए 15 से लेकर 75 साल तक की आयु के स्वस्थ लोगों को अनुमति दी जाएगी। इनमें गर्भवती महिलाओं के लिए भी नियम बनाए गए हैं।
ऐसे में अब जबकि कोरोना ने देश के कई भागों में दूसरी लहर की दस्तक दी है, यात्रा में शामिल होने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए टीका लगवाना तथा कोरोना टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि यात्रा में शामिल होने के लिए 60 से ऊपर वाले व्यक्तियों के लिए टीकाकरण अनिवार्य हो सकता है, जबकि अन्य व्यक्तियों के लिए कोरोना टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य हो सकती है।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के बकौल, अक्सर देखा गया है कि महामारी की प्रत्येक लहर का असर 3 से 6 महीनों तक रहता है। ऐसे में जबकि 28 जून को यात्रा आरंभ होने वाली है तो इसको लेकर चिंता प्रकट करना लाजिमी है।
हालांकि कोरोना की दूसरी लहर के कारण यात्रा को इस बार भी टाल दिए जाने की संभानाओं से इंकार करते हुए अधिकारी कहते थे कि अगर परिस्थितियां बहुत ज्यादा खतरनाक हद तक पहुंचेगी तो ही उस स्थिति में ऐसा कोई निर्णय लिया जाएगा। पर फिलहाल सैद्धांतिक तौर पर यह फैसला लिया गया है कि अमरनाथ यात्रा में शिरकत करने वालों को यात्रा में शामिल होने से पहले टीका लगवा लिए जाने तथा टेस्ट करवाने का प्रमाण पेश करना होगा।