ज्यादातर पुरुष खाना खाने के बाद धूम्रपान करना पसंद करते हैं जबकि महिलाएं संभोग के बाद सिगरेट पीती हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाली संस्था इंडस हेल्थ प्लस के एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है।
संस्था ने ‘तंबाकू निषेध दिवस’ के मौके पर जारी रिपोर्ट में कहा है कि धूम्रपान करने वाली 58 प्रतिशत महिलाएँ संभोग के बाद और 70 प्रतिशत पुरुष खाना खाने के बाद सिगरेट पीना पसंद करते हैं।
एक सप्ताह का यह सर्वेक्षण घर के अंदर धूम्रपान करने वालों पर किया गया था। इसमें यह भी कहा गया है कि अधिकतर धूम्रपान करने वालों में यह भ्रम होता है कि सिगरेट पीने से उनका तनाव कम हो जाता है। खाना खाने के बाद सिगरेट पीने की तलब सबसे ज्यादा होती है जबकि सुबह नित्यकर्म के बाद का समय दूसरे स्थान पर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि धूम्रपान करने वाले स्त्री-पुरुषों में से 81 प्रतिशत घर के भीतर कश लगाते हैं जबकि 19 प्रतिशत ही परिवार के सदस्यों के सामने बिल्कुल सिगरेट नहीं पीते।
महिलाओं में 94 प्रतिशत घर के अंदर धूम्रपान करती हैं जबकि ऐसा करने वाले पुरुषों की संख्या 74 प्रतिशत है। तैंतीस प्रतिशत महिलाएं अपने बजट में सिगरेट के लिए भी प्रावधान करती हैं।
स्थान के लिहाज से लोग कस लगाने के लिए सबसे ज्यादा बालकनी को पसंद करते हैं। इसके बाद गार्डन, बेडरूम और रेस्टरूम का स्थान है।
सर्वेक्षण के अनुसार मात्र 24 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कहा कि वे प्रजनन क्षमता पर धूम्रपान का विपरीत असर होने के कारण इसे छोड़ने का विकल्प चुनेंगे।
इससे पता चलता है कि ज्यादातर लोगों में इस जानकारी का अभाव है कि सिगरेट पीने से महिलाओं और पुरुषों दोनों की प्रजनन क्षमता कम होती है। सर्वेक्षण में 51 प्रतिशत लोगों ने यह भी कहा कि उनके परिवार में कोई दूसरा व्यक्ति सिगरेट नहीं पीता।
इंडस हेल्थ प्लस के संयुक्त प्रबंध निदेशक अमोल नाइकावडी ने कहा कि किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन एक सामाजिक एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है। लोगों को इसके कुप्रभाव के बारे में संवेदनशील बनाने की जरूरत है।