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एसिडिटी को कहें बाय-बाय

acidity

आंतों में उत्पन्न होने वाले अम्ल की अधिकता ही एसिडिटी की मुख्य वजह है। हम हमारे खान-पान पर ध्यान देकर इस समस्या को टा-टा कर सकते हैं।
संतुलित आहार और संतुलित दिनचर्या के सहारे हम एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं। नियत समय पर भोजन करना, नियत समय पर सोना-जागना और व्यायाम करना जरूरी है।

अगर हमारे भोजन क्रम और नींद के समय में तालमेल नहीं है तो एसिडिटी होने की आशंका अधिक रहती है। एसिडिटी का सीधा संबंध हमारी पाचन क्रिया से है और पाचन क्रिया का संबंध हमारे खान-पान से।
अगर हम भोजन करने के कुछ देर बाद ही सो जाते हैं तो भोजन पच नहीं पाता और पेट में अम्ल बनने लगता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि सोने से कम से कम दो घंटे पहले भोजन कर लें।
थोड़ा-थोड़ा कई बार खाएं
आमतौर पर हम दिन में तीन बार भोजन करते हैं। इसकी बजाय अगर थोड़ा-थोड़ा करके छह बार खाएं तो ज्यादा फायदेमंद रहेगा। दरअसल दो-तीन बार ही भोजन करते हैं तो हमारा पेट लंबे समय तक खाली रहता है। इससे अम्ल कबनने की आशंका रहती है। छह बार थोड़ा-थोड़ा खाने से पेट खाली नहीं रहेगा। साथ ही भोजन सुपाच्य होना चाहिए। तैलीय खाद्य पदार्थ एसिडिटि उत्पन्न करते हैं।
व्यायाम शरीर के लिए बहुत आवश्यक है। नियमित रूप से व्यायाम या एरोबिक्स करके हम शरीर को स्वस्थ रखने के साथ ही पाचन क्रिया को भी सुदृढ़ बना सकते हैं।
इनका करें भरपूर उपयोग
एसिडिटि से बचने के लिए टमाटर, संतरा, पपीता, अमरूद, जामुन आदि का उपयोग फायदेमंद रहता है।
टमाटर : इसमें कैल्शियम, फास्फोरस व विटामिन सी भरपूर होता है। टमाटर हमारे शरीर से जीवाणुओं को बाहर निकालने में मदद करता है। टमाटर के नियमित सेवन से एसिडिटी की समस्या दूर रहती है। स्वाद में खट्टा होने के बावजूद टमाटर हमारे शरीर में क्षार की मात्रा बढ़ाता है। इससे एसिडिटी उत्पन्न नहीं हो पाती।
संतरा : संतरे में मौजूद विटामिन, खनिज आदि हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के साथ ही एसिडिटी से भी बचाते हैं।
पपीता : यह फल सुपाच्य है। इसके सेवन से आमाशय तथा आंत संबंधी विकारों में बहुत लाभ होता है। पपीता कब्ज, गैस, व कफ जैसे रोगों में भी बहुत फायदेमंद है।
अमरूद : एसिडिटी हो या कब्ज, अमरूद दोनों में रामबाण औषधि का काम करता है। अमरूद में विटामिन, फाइबर व मिनरल आदि प्रचुर मात्रा में होते हैं। फाइबर की अधिकता के कारण यह कब्ज में फायदेमंद रहता है। सुपाच्य होने के कारण एसिडिटी में राहत देता है।
जामुन : पेट से संबंधित कई रोगों को दूर करता है जामुन। खाली पेट जामुन के सेवन से एसिडिटी, गैस आदि परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है।