करनाल। पंजाब पुलिस के कमांडो 40 साल के जसबीर सिंह की हत्या की सुपारी उसकी पत्नी सुखदीप कौर ने दी थी। पुलिस ने यह खुलासा आरोपियों को रिमांड में लेने पर किया है। पुलिस ने सुखदीप कौर के अलावा और तीन आरोपियों को रिमांड पर लिया था।
सुखदीप कौर की करीब चार साल पहले फेसबुक पर बठिंडा के रहने वाले हरविंदर के साथ दोस्ती हुई थी। धीरे-धीरे दोनों WhatsApp और फोन पर भी जुड़ गए और बात शादी तक पहुंच गई। सुखदीप कौर ने हरविंदर सिंह को शादीशुदा होने के बारे में भी नहीं बताया था। उस वक्त हरविंदर यूनाइटेड किंगडम में नौकरी करता था। उसने इंडिया वापस आने पर शादी करने का वादा किया था। बाद में सुखदीप कौर किसी हरजीत सिंह को अपना भाई बनाकर हरविंदर के घर ले गई थी। जहां दोनों की शादी की बात तय हो गई थी।
मोबाइल टावर लोकेशन से पकड़ी गई: इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर रंजीत और बलदेव कुमार ने बताया कि सुखदीप ने 5 मार्च 2016 को कमांडो पति जसबीर सिंह के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया कि वह घर से एक बार भी बाहर नहीं गई। जब पुलिस ने मोबाइल की टावर लोकेशन देखी तो वह घग्गर पुल की मिली। पुलिस को इसी बात पर शक हुआ और सारा मामला खुल गया।
शव कार की डिग्गी में रखा: जिस लैंसर कार में सुपारी किलर्स जसबीर के शव को भाखड़ा नहर में फेंकने के लिए लेकर गए थे, उस कार की डिग्गी का लॉक खराब था। रास्ते में डिग्गी बार-बार खुल रही थी। इस पर आरोपी बारी-बारी से डिग्गी पर बैठ जाते। आरोपियों ने जसबीर के शरीर पर कोई भी कपड़ा नहीं छोड़ा, ताकि कपड़ों से उसकी पहचान न हो।
ऐसे की मर्डर की प्लानिंग: पति जसबीर की हत्या करने सुखदीप कौर ने अपने भांजे साहेब सिंह को अपने साथ मिलाया। भांजे साहेब सिंह ने ही गुरिंदर उर्फ नीटा व जगतार सिंह उर्फ रिंकू को जसबीर का कत्ल करने की सुपारी दी। सुखदीप कौर का साहेब सिंह के साथ 5 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। साहेब सिंह ने दोनों को 50-50 हजार रुपए देने तय किए। 4 लाख रुपए उसने खुद रखने थे।
ऐसे की गई हत्या: पंजाब पुलिस के कमांडो जसबीर सिंह को उसकी पत्नी सुखदीप कौर ने अपने भांजे व दो सुपारी किलर्स की मदद से 5 मार्च को मारा था। प्लानिंग के तहत सुखदीप ने 3 मार्च को पति को नींद की गोलियां दे दी। पूरी रात देखते रहे कि वह होश में न आए। अगले दिन उसे लैंसर कार में डालकर भाखड़ा नहर में ले गए। कमांडो को बोरी में डालकर भाखड़ा नहर पटियाला में फेंकने के बाद आरोपी गुरजिंद्र सिंह ने कमांडो के घरेलू कपड़े दूसरी नहर में फेंके थे। साहिब सिंह ने कमांडो की वर्दी रायपुर खुर्द के जंगल में और उसका मोबाइल, पर्स सुखदीप कौर ने घग्गर नदी में फेंक दिए थे। कमांडो का शव बोरी में 43 दिन बाद मिला था। बता दें कि जसबीर सीएम प्रकाश सिंह बादल की सिक्युरिटी में तैनात था।