उज्जैन। सिंहस्थ के दौरान जहॉं सुरक्षा व्यवस्था पर प्रशासन को चौकस होकर मेहनत करनी पड़ रही है, वहीं दूसरी ओर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मेला स्थल ओमशान्ति परिसर में सुरक्षा का जिम्मा विभिन्न राज्यों से आई हुई महिलाओं ने सम्भाल रखा है।
दत्त अखाड़ा क्षेत्र में स्थित बडऩगर रोड पर ब्रह्माकुमारी संस्थान को प्रशासन ने दो एकड़ जगह दी हुई है, जहॉं पर छत्तीसगढ़, उडीसा सहित राज्य के विभिन्न शहरों से आई हुई महिलाएं दिन रात सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चौकन्नी दिखाई देती हैं। उन्हें अपनी सामथ्र्य से ज्यादा परमात्मा की शक्ति पर विश्वास है। इन महिलाओं ने इससे पहले कभी भी सुरक्षा देने का काम नहीं किया है।
पूछने पर आत्मविश्वास के साथ कहती हैं चूॅंकि वह लोग निस्वार्थ भाव से मानव कल्याण के लिए यहॉं पर कार्य कर रही हैं अत: वह पूरी तरह से आष्वस्त हैं कि महाकाल उनके मेले में कोई विघ्न नही आने देगें और कभी भी उनका अकल्याण नहीं हो सकता।
कुछ ऐसा ही विश्वास जताया है, जबलपुर की 62 वर्षीय श्रीमती पार्वती यादव ने। वह जबलपुर में गत 20 वर्षों से ब्रह्माकुमारी संगठन से जुड़ी हुई हैं। उसने बतलाया कि उनकी कुल 36 लोगों की टीम है। जिन्हें तीन समूह में बॉंटा गया है, हरेक टीम को आठ घण्टे सेवाएॅं देनी होती है। अगले 20 दिनों के बाद दूसरी टीम सुरक्षा करने के लिए यहॉं पर आ जाएगी। इस तरह महिलाएॅं दिन रात सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेवारी निभा रही है। उन्हें अपने से ज्यादा ईश्वर पर विश्वास है।