नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार इस बार सात दिन देर से मानसून दस्तक देगा। आईएमडी ने दिल्ली में मानसून का दूसरा अनुमान जारी किया है। इसके अनुसार केरल तट से मानसून एक सप्ताह देरी से पहुंचेगा।
मौसम वैज्ञानिक बीपी यादव ने रविवार को बताया कि मानसून करेल तट पर 7 जून को पहुंच सकता है। यह देरी बेहद सामान्य है। आमतौर पर मानसून गतिविधियां पांच दिन पहले या पांच दिन बाद शुरू हो जाती हैं। इस देरी का असर देश के बाकी हिस्सों पर नहीं होता है। आईएमडी का अनुमान इस साल 106 प्रतिशत बारिश का है। उत्तर-पश्चिम में ज्यादा मानसून संभव है। इसके साथ ही उत्तर और मध्य भारत में अगले कुछ हफ्तों में तापमान बढ़ने का अनुमान है। दक्षिण-पश्चिम मानसून का केरल पहुंचने पर माना जाता है कि वह इंडियन सब-कॉन्टिनेंटल में पहुंच गया है। इस रीजन में यह बारिश की शुरुआत मानी जाती है।
आईएमडी 2005 से देश में ही विकसित किए गए स्टैटिकल मॉडल के जरिए केरल तट पर मानसून पहुंचने के ऑपरेशनल फॉरकॉस्ट की डेट जारी कर रहा है। स्टैटिकल मॉडल के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून इस साल केरल में सामान्य से देरी से आ सकता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून करेल तट पर 7 जून को पहुंच सकता है। इसमें 4 दिन आगे या पीछे हो सकता है। वहीं पिछले पांच साल के आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार साल 2011 में मानसून 29 मई को, 2012 में 5 जून को, 2013 में एक जून को वहीं 2014 में 6 जून और 2015 में 5 जून को पहुंचा था।